FACEBOOK पर LIVE होकर जिंदगी को कहा अलविदा, फांसी लगाकर बोला- समझौता मत करना
सोनीपत: देवनगर में रहने वाले युवक दीपक ने रविवार (16 अप्रैल) फेसबुक पर लाइव होकर फांसी लगा ली। खुदकुशी करने से पहले दीपक ने घर की दीवार पर लिखा कि उसे दिल्ली पुलिस की एक महिला कर्मचारी और दो अन्य पुलिसकर्मियों ने सुसाइड के लिए उकसाया है। उसके अलावा उसने 60 पेज की एक डायरी में अपनी मौत की पूरी कहानी भी लिखी है।
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क्या है मामला?
-28 साल का दीपक माता-पिता का इकलौता बेटा था।
-दीपक ने आत्महत्या करने से पहले अपने बेटे के साथ एक तस्वीर फेसबुक पर अपलोड की।
-इसके बाद फेसबुक पर सुसाइड का लाइव वीडियो बनाया।
-पहले उसने अपने कमरे में लगे पंखे पर फंदा बनाया और फिर उससे लटककर अपनी जान दे दी।
-इस दौरान उसकी बहन और दोस्त ने लाइव वीडियो पर कमेंट कर उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी।
-सुसाइड से पहले दीपक अपनी पत्नी को एक परिचित के घर छोड़ आया था।
-जिस वक्त उसने खुदकुशी की उस वक्त घर पर माता-पिता भी मौदूज नहीं थे।
-फेसबुक पर फांसी का वीडियो देख परिजन घर पहुंचे और फांसी पर लटके दीपक को नीचे उतारा।
-आनन- फानन में उसे हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आगे की स्लाइड में पढ़ें पत्नी से कहा- मेरी जान को खतरा है...
दीपक की पत्नी किरन ने बताया कि दिल्ली पुलिस में काम करने वाली उषा बोस, सुरेश और अरविंद नाम के लोगों से दीपक की जान को खतरा था। वह पहले भी बता चुके थे कि अगर मुझे कुछ होता है, तो उसके जिम्मेदार ये सब होंगे।
दरअसल दीपक को उषा और सुरेश के रिलेशंस की जानकारी थी, जिसके बाद उन्होंने दीपक को जान से मारने की धमकी दी थी। जिसका जिक्र सुसाइड नोट पर भी है।
धमकाने वालों से समझौता मत करना
दीपक की बहन नीलम के मुताबिक सुसाइड से पहले दीपक ने 60 पेज की डायरी में लिखी है, जिसमें उसने अपने ऊपर हुए टॉर्चर का भी जिक्र किया है। दीपक ने अपने पिता को भी ये लिखा है कि धमकाने वालों से समझौता मत करना।"
क्या कहा पुलिस ने
सिटी थाना एसएचओ अजय मलिक के मुताबकि सुसाइड नोट और परिजनों के बयान पर दिल्ली पुलिस की उषा बोस, सुरेश वत्स और अरविंद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।