Manipur Vivad: मणिपुर में राष्ट्रपति शासन पर विपक्ष ने केंद्र को इस बात का ठहराया जिम्मेदार, संबित पात्रा ने दिया करारा जवाब

Manipur Vivad: मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाने के बाद विपक्ष ने केंद्र सरकार पर जमकर आलोचना करना शुरू कर दिया। जवाब में पूर्वोत्तर ईकाई के कार्यकारी अध्यक्ष और बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने करारा जवाब दिया है।;

Update:2025-02-14 14:48 IST

Manipur President rule Opposition slams BJP

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Manipur Vivad: मणिपुर के सीएम रहे एन बीरेन सिंह ने 9 फरवरी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया। इसके बाद बीते दिन गुरुवार यानी 13 फरवरी को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाने के बाद विपक्ष ने केंद्र सरकार पर जमकर आलोचना करना शुरू कर दिया। जवाब में पूर्वोत्तर ईकाई के कार्यकारी अध्यक्ष और बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने करारा जवाब दिया है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह आपकी पार्टी है जो 11 साल से केंद्र में शासन कर रही है। यह आपकी पार्टी है जो 8 साल से मणिपुर पर शासन कर रही थी। यह भाजपा है जो राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार थी।

मणिपुर लोगों को BJP ने किया निरास

खरगे ने एक्स पोस्ट में आगे कहा, "यह आपकी सरकार है जो राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा गश्त के लिए जिम्मेदार है। आपके द्वारा राष्ट्रपति शासन लागू करना, अपनी ही पार्टी की सरकार को निलंबित करना इस बात की सीधी स्वीकारोक्ति है कि आपने मणिपुर के लोगों को कैसे निराश किया है।"

कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आपने राष्ट्रपति शासन इसलिए नहीं लगाया क्योंकि आप ऐसा करना चाहते थे, बल्कि इसलिए लगाया क्योंकि राज्य में संवैधानिक संकट है, क्योंकि आपका कोई भी विधायक आपकी अक्षमता का बोझ उठाने को तैयार नहीं है।

आपकी “डबल इंजन” ने मणिपुर के निर्दोष लोगों की जान ले ली! अब समय आ गया है कि आप मणिपुर में कदम रखें और पीड़ित लोगों के दर्द और आघात को सुनें और उनसे माफ़ी मांगें। क्या आपमें दृढ़ विश्वास का साहस है? मणिपुर के लोग आपको और आपकी पार्टी को कभी माफ़ नहीं करेंगे।

राहुल गांधी ने क्या कहा

मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर लोकसभा के नेता विपक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, " मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होना भाजपा द्वारा मणिपुर में शासन करने में अपनी पूर्ण अक्षमता की देर से की गई स्वीकारोक्ति है। अब, प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर के लिए अपनी प्रत्यक्ष जिम्मेदारी से इनकार नहीं कर सकते। क्या उन्होंने आखिरकार राज्य का दौरा करने और मणिपुर और भारत के लोगों को शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की अपनी योजना के बारे में बताने का मन बना लिया है? "

संबित पात्रा ने क्या कहा

राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद और आलोचना के जवाब में पूर्वोत्तर ईकाई कार्यकारी अध्यक्ष और भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता पर कोई समझौता नहीं। 

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