Congress: गुलाम नबी के इस्तीफे पर मनीष तिवारी ने साधा सोनिया गांधी पर निशाना
Congress Party: कांग्रेस में अंदरूनी कलह जारी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद पार्टी के अंदर बयानबाजी तेज हो गई है। गांधी परिवार समर्थक कई नेता कल से गुलाम नबी आजाद पर हमलावर हैं।
Congress Party: कांग्रेस में अंदरूनी कलह जारी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद पार्टी के अंदर बयानबाजी तेज हो गई है। गांधी परिवार समर्थक कई नेता कल से गुलाम नबी आजाद पर हमलावर हैं। वहीं पार्टी में कुछ नेता ऐसे भी हैं जो आजाद के इस कदम के पीछे कांग्रेस नेतृत्व को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और पंजाब के आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने आजाद का बचाव करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निशाना साधा है।
तिवारी ने कहा कि 2 साल पहले कांग्रेस के कई सीनियर नेताओं ने उन्हें खत लिखकर पार्टी की दयनीय स्थिति के बारे में अवगत कराया था। तब हमने उनसे पार्टी की स्थिति को गंभीरता से लेने का आग्रह किया था। उस खत के बाद कांग्रेस सभी विधानसभा चुनाव हार गई। कांग्रेस सांसद ने कहा कि 20 दिसंबर 2020 को सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक में सहमति बन गई होती तो यह स्थिति नहीं आती।
किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं
यूपीए सरकार में मंत्री रहे मनीष तिवारी ने कांग्रेस के अंदर अपने विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि हमने पार्टी को 42 साल दिए हैं। हमें किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। जिन्होंने खत लिखा है, उन्होंने मुझसे भी अधिक समय पार्टी को दिया है। इस संस्था में हम किराएदार नहीं हैं। आप धक्के मारकर निकालने की कोशिश करेंगे तो देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस और भारत एक जैसा सोचते हैं तो दोनों में से किसी ने अलग – अलग सोचना शुरू कर दिया है।
लंबे समय से अलग- थलग मनीष तिवारी
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी पार्टी के असंतुष्ट नेताओं का खेमा – जी23 के अहम नेता रहे हैं। लोकसभा चुनाव के बाद से वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर हमलावर हैं। तिवारी को इस बात का भी दुख है कि एक कुशल वक्ता और गांधी परिवार के प्रति वफादारी दिखाने के बावजूद लोकसभा में उनके बजाय अधीर रंजन चौधरी को नेता बना दिया गया। पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान भी वह साइडलाइन कर दिए गए थे।
बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी को लंबा – चौड़ा खत लिखकर पार्टी छोड़ने की जानकारी दी थी। खत में उनके निशाने पर खासतौर पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रहे। उन्होंने राहुल गांधी और उनके आसपास के लोगों को कांग्रेस की खराब हालत के लिए जिम्मेदार ठहराया।