Baba Siddique: जब मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसे थे बाबा सिद्दीकी, जब्त हो गई थी 462 करोड़ की संपत्ति
Baba Siddique: बाबा सिद्दीकी पर मनी लॉन्ड्रिंग का बड़ा आरोप लगा था। 2018 में वे मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसे थे और ED ने उनकी 462 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली थी।
Baba Siddique: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अजित पवार गुटके वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार को देर रात मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाबा सिद्दीकी को तीन गोलियां मारी गईं और हमला करने वाले शूटर 25-30 दिनों से इलाके की रेकी कर रहे थे। घटना के बाद दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि तीसरे की जोर-शोर से तलाश की जा रही है। बाबा सिद्दीकी ने इसी साल कांग्रेस से 48 साल का रिश्ता खत्म करते हुए एनसीपी के अजित पवार गुट का दामन थामा था। कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने तीन बार विधानसभा का चुनाव भी जीता था। महाराष्ट्र की सियासत वे लंबे समय से चर्चा का विषय बने रहे। हालांकि इस दौरान उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का बड़ा आरोप भी लगा था। 2018 में वे मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में भी फंसे थे और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनकी 462 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली थी।
2018 में ईडी ने की थी बड़ी कार्रवाई
अपने राजनीतिक जीवन के दौरान बाबा सिद्दीकी का लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़ाव रहा। मुंबई के बांद्रा इलाके को सिद्दीकी का सियासी गढ़ माना जाता रहा है। वे तीन बार बांद्रा सीट से विधायक रहे और बाद में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी ने भी इह सीट से चुनाव जीता। मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत 2018 में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी। ईडी ने बाबा सिद्दीकी और उनके खास करीबी बिल्डर रफीक मोहम्मद कुरैशी के खिलाफ छापेमारी की थी। यह छापेमारी मुंबई और कई अन्य ठिकानों पर की गई थी।
462 करोड़ की संपत्ति अटैच
प्रवर्तन निदेशालय का कहना था कि मुंबई के बांद्रा स्थित मलिन बस्ती की पुनर्वास योजना में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया था। यह मामला 2012 में मुंबई के एक स्थानीय थाने में दर्ज किया गया था। 2012 में एक निवासी अब्दुल सलाम की ओर से दायर शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस ने एसआरए परियोजना में घरों के आवंटन में कथित अनियमितताओं के लिए सिद्दीकी और 150 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। ईडी ने इस मामले को आधार बनाते हुए मामला दर्ज किया था। इस घोटाले की राशि करीब 2000 करोड़ रुपए बताई गई थी। ईडी ने बाबा सिद्दीकी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी 462 करोड़ की संपत्ति को अटैच कर लिया था।
हत्या के बाद जताई जा रही आशंका
ईडी ने जांच के दौरान आशंका जताई थी कि जिस कंपनी ने 2000 करोड़ रुपये का स्लम घोटाला किया था, वह बाबा सिद्दीकी की ही मुखौटा कंपनी था। अब इस बात की आशंका भी जताई जाने लगी है कि स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी रिडेवलपमेंट का मामला भी बाबा सिद्दीकी की हत्या की वजह हो सकती है। इसका कारण यह है कि बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी की ओर से इसका विरोध किया जा रहा था। हालांकि अभी तक जांच एजेंसियों की ओर से इस बाबत कोई बयान नहीं दिया गया है।