एमपी चुनाव: सोशल मीडिया पर होगी जोरदार जंग

Update:2018-06-15 12:15 IST

भोपाल : मध्य प्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा व कांग्रेस दोनों की ओर जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। दोनों दलों के नेता अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय हो गए हैं। सोशल मीडिया को लेकर दोनों दल काफी गंभीर हैं और दोनों ने इसके लिए वार रूम तैयार कर लिए हैं। भाजपा ने राजधानी भोपाल से लेकर बूथ स्तर तक सोशल मीडिया पर सक्रियता को लेकर टीम तैयार की है। दूसरी ओर कांग्रेस ने भी आक्रामत जवाब देने की तैयारी की है। हालांकि पार्टी की ओर से यह भी कहा गया है कि पार्टी की ओर से जनता से जुड़े मुद्दों पर ही चर्चा की जाएगी। कांग्रेस ने इसके लिए 100 विशेषज्ञों की टीम बनाई है।

भाजपा की ओर से सोशल मीडिया पर भोपाल में 50 लोगों की टीम 24 घंटे मोर्चा संभालेगी। पार्टी के संगठनात्मक दृष्टि से बनाए गए 56 जिलों में 11-11 कार्यकर्ताओं की टीम बनाई गई है। मंडल स्तर पर 6-6 कार्यकर्ताओं की टीम सोशल मीडिया में जिले व प्रदेश से आई सामग्री, वीडियो, ऑडियो आदि वायरल करेंगे। पार्टी ने इस बार बूथ स्तर पर काफी तैयारी की है। प्रदेश के 65 हजार बूथों में सोशल मीडिया का काम करने के लिए पार्टी ने प्रति बूथ दो-दो कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी है। सोशल मीडिया पर काम करने वाले इन दो लाख कार्यकताओं को पार्टी के आईटी सेल ने प्रशिक्षण भी दिया है।

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भाजपा का हर बूथ पर व्हाट्सएप ग्रुप

मतदाताओं को पार्टी के घोषणा पत्र से लेकर हर गतिविधि की जानकारी देने के लिए हर बूथ पर कम से कम तीन या ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किए गए हैं। इन ग्रुपों पर सरकार कामों की जानकारी भी दी जाएगी। इसके जरिये लोगों का फीडबैक भी लिया जाएगा। यही टीम सोशल मीडिया में पार्टी के खिलाफ चलने वाले किसी भी मुद्दे पर जवाब भी देगी। भाजपा ने इस बाबत प्रयोग भी किया जिसके बेहतर परिणाम मिले हैं। पार्टी का दावा है कि सोशल मीडिया के दायरे में चार करोड़ मतदाता होंगे। कार्यकर्ताओं से व्हाट्सएप ग्रुप में चल रही राजनीतिक बहस में पार्टी का पक्ष पूरे आत्मविश्वास व मजबूती से रखने और जवाब में संयम बरतने को कहा गया है।

भाजपा आईटी सेल के प्रदेशाध्यक्ष शिवराज डाबी के मुताबिक भोपाल में पार्टी ने 50 ऐसे लोगों की टीम तैयार की है जो अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञ हैं। इनमें शोध कर वीडियो बनाने से लेकर उसे अपलोड करने वाले लोग शामिल हैं। वार रूम में एक स्टूडियो भी तैयार किया गया है। टीम में तकनीकी विशेषज्ञों के साथ-साथ समाचारों की समझ वालों को भी स्थान दिया गया है। इनमें पत्रकार भी शामिल हैं। डाबी का कहना है कि बूथ स्तर तक सभी को प्रशिक्षित कर दिया गया है।

आक्रामक जवाब देगी कांग्रेस

दूसरी ओर कांग्रेस भी इस बार सोशल मीडिया पर भाजपा को आक्रामक जवाब देने के लिए तैयार है। पार्टी ने अपनी सोशल मीडिया की टीम को नए सिरे से सक्रिय किया है। कांग्रेस का कहना है कि पार्टी की ओर से जनता से जुड़े मुद्दे ही उठाए जाएंगे। निगेटिव पब्लिसिटी से पार्टी दूर रहेगी। कांग्रेस ने अपनी टीम में 100 से अधिक विशेषज्ञों को जोड़ा है। प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया सोशल मीडिया को खासा महत्व दे रहे हैं। उनका कहना है कि हम लोग चुनावी दृष्टि से लगातार वार-पलटवार करेंगे, लेकिन इसमें नकारात्मकता नहीं होगी। पार्टी की ओर से व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर के जरिए अपनी बात रखी जाएगी। साथ ही पार्टी के वेब पोर्टल, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के अकाउंट पर लाइव प्रसारण भी चलते रहेंगे।

कांग्रेस आईटी सेल के प्रदेश संयोजक डॉ.धर्मेंद्र वाजपेयी का कहना है कि ब्लॉक से निचली इकाई और बूथ स्तर पर सोशल मीडिया की टीम तैनात की जाएगी। कुछ दिन पहले कांग्रेस आईटी सेल की राष्ट्रीय अध्यक्ष दिव्या स्पंदन ने भोपाल का दौरा कर इस मुद्दे पर प्रदेश संगठन से चर्चा की थी। इसके बाद पार्टी ने अपना रोडमैप तैयार कर लिया है। उन्होंने बताया कि पार्टी ने तय किया है कि वह निचले स्तर पर नहीं उतरेगी। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी का कहना है कि कांग्रेस विचारधारा से जुड़े विशेषज्ञों की टीम हमारी ओर से मोर्चा संभालेगी।

मैं सीएम पद की दौड़ में नहीं: दिग्विजय

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि मेरा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तो पहले कोई विवाद था और न अब है। वे काबिल व्यक्ति हैं और उन्होंने केन्द्र में पहले अच्छा काम किया है। सिंधिया को सीएम का चेहरा बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि यह निर्णय पार्टी और राहुल गांधी को लेना है। जहां तक मेरा सवाल है, मैं उस दौड़ में नहीं हूं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करने से कांग्रेस को मदद मिलेगी। इससे राज्य के कुछ क्षेत्रों में दलित मतों को हासिल करने में मदद मिलेगी। दिग्विजय सिंह ने प्रणब मुखर्जी के आरएसएस मुख्यालय में कार्यक्रम में शिरकत करने के बारे में कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने आरएसएस के उसके ही गढ़ में चुनौती देकर काफी हिम्मत का काम किया है और जो कुछ भी उन्होंने कहा कि वह आरएसएस के मूल आधार पर हमला था।

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