Maharashtra Election: मांगी गई पांच में से तीन सीटों पर MVA ने उतारे प्रत्याशी, अब क्या करेंगे अखिलेश
Maharashtra Election: महाराष्ट्र में अखिलेश यादव द्वारा मांगी गई पांच सीटों में से तीन पर MVA ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं।
Maharashtra Election: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन (MVA) में सीटों को लेकर घमासान मचा हुआ है। गठबंधन में शामिल तीनों प्रमुख दलों के साथ ही सहयोगी दलों की ओर से भी सीटों को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। इस बीच गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी की ओर से मांगी गई तीन सीटों पर कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है।
दोनों पार्टियों का यह कदम सपा मुखिया अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है और अब उनके अगले कदम पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी की ओर से पांच सीटों की डिमांड की गई थी। इसके लिए शनिवार दोपहर तक का अल्टीमेटम दिया गया था। उन्होंने पांच सीटें न मिलने पर 25 सीटों पर चुनाव लड़ने की चेतावनी दी थी मगर एमवीए के नेताओं की ओर से सपा को महाराष्ट्र में अहमियत मिलती हुई नहीं दिख रही है।
तीन सीटों पर कांग्रेस और उद्धव गुट ने प्रत्याशी उतारे
समाजवादी पार्टी की बात की जाए तो महाराष्ट्र में शुरुआत में पार्टी की ओर से 12 सीटों की डिमांड रखी गई थी मगर बाद में पार्टी 5 सीटों पर अड़ गई थी। पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी ने शुक्रवार को इन पांच सीटों का हवाला देते हुए एमवीए गठबंधन को चेतावनी भी दी थी। अबू आजमी की ओर से सपा के लिए धुले सिटी, भिवंडी पूर्व, मानखुर्द शिवाजी नगर, भिवंडी पश्चिम और मालेगांव सेंट्रल सीटें मांगी गई थीं। मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से अबू आजमी खुद विधायक हैं जबकि भिवंडी पूर्व से पार्टी के रईस शेख विधायक हैं।
शनिवार को इनमें से तीन सीटों पर सपा को करारा झटका लगा है। शिवसेना (यूबीटी) ने शनिवार को धुले सिटी सीट से पूर्व विधायक अनिल गोटे को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। दूसरी ओर कांग्रेस ने मालेगांव सेंट्रल सीट से एजाज बेग और भिवंडी वेस्ट सीट से दयानंद मोतीराम चोरघे को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
अब अखिलेश यादव के कदम पर सबकी निगाहें
कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) की ओर से उठाया गया यह कदम समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कांग्रेस को करारा झटका दिया था और सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए। अब महाराष्ट्र में पार्टी को वैसे ही स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस और उद्धव ठाकरे गुट ने सपा की दो मौजूदा विधायकों वाली सीटों पर भी प्रत्याशी उतार दिए हैं। राष्ट्रीय स्तर पर सपा इंडिया ब्लॉक गठबंधन का हिस्सा है मगर महाराष्ट्र में उसे भाव मिलता नहीं दिख रहा है। ऐसे में अब सबकी निगाहें सपा मुखिया अखिलेश यादव की ओर से उठाए जाने वाले कदम पर लगी हुई हैं।
शरद पवार से मुलाकात का नतीजा नहीं
कांग्रेस और उद्धव गुट की ओर से प्रत्याशियों की घोषणा किए जाने के बाद सपा में नाराजगी दिख रही है। पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी ने कहा कि सीटों के संबंध में हमारी एनसीपी नेता शरद पवार से चर्चा हुई थी। उन्होंने शनिवार को फैसला लेने की बात कही थी मगर अभी तक फैसले के संबंध में मेरे पास कोई फोन नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि मेरी ओर से जिन तीन सीटों की डिमांड रखी गई थी उनमें से दो सीटों पर तीन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा तक कर दी गई। इससे साफ हो गया है कि पिछले दो चुनावों की तरह इस बार भी हमें विश्वासघात का सामना करना पड़ेगा।
अकेले लड़ने के सिवा कोई विकल्प नहीं
उन्होंने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मुझे महाराष्ट्र के बारे में फैसला लेने के लिए अधिकृत किया है। हमारी स्थिति कांग्रेस नेताओं की तरह नहीं है कि कोई भी फैसला लेने के लिए दिल्ली की दौड़ लगानी पड़े। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि एमवीए टूट जाए और वोट बंटें मगर यदि उन्होंने हमारी बात नहीं मानी तो हमारे पास अकेले चुनाव लड़ने के सिवा कोई विकल्प नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि नामांकन के लिए अब सिर्फ दो दिन बचे हैं। इसलिए हम जल्द ही इस बाबत फैसला लेंगे। सपा नेता के इस बयान से साफ हो गया है कि पार्टी महाराष्ट्र में अपने कदम वापस नहीं खींचेगी। सपा की ओर से जल्द ही पांच सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा की जा सकती है।