बदलेगी दिल्ली की सूरत: ऐसा होगा रेलवे स्टेशन, इन प्वाइंट में जाने पूरा प्लान
देश की सबसे बड़ी और दूसरी सबसे व्यस्त रेल्वर स्टेशन है नई दिल्ली रेलवे स्टेशन। कोरोना महामारी से पहले यहां हर रोज़ करीब 4.5 लाख यात्री यहां से गुजरते हैं।
देश की सबसे बड़ी और दूसरी सबसे व्यस्त रेल्वर स्टेशन है नई दिल्ली रेलवे स्टेशन। कोरोना महामारी से पहले यहां हर रोज़ करीब 4.5 लाख यात्री यहां से गुजरते हैं। अब जल्द इसकी काया पलट होने वाली है, जिसके लिए इंडियन रेलवे तैयारियों में लग चुकी हैं। रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (RLDA) इस स्टेशन को नए सिरे से तैयार करने वाली हैं। इस स्टेशन पर प्रति दिन करीब 400 से ज्यादा ट्रेनें गुजरती और भविष्य में इसके बढ़ने के भी असार हैं।
पीयूष गोयल का ट्वीट
इस बात की जानकारी खुद पीयूष गोयल ने ट्वीट के माध्यम से दी। उन्होंने लिखा "रेलवे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को एक एकीकृत वाणिज्यिक, खुदरा और आतिथ्य केंद्र में बदलने के लिए बोलियों को आमंत्रित करता है, जो यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पूरा होता है।
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तो आइए इन प्वाइंट में जाने इस स्टेशन को नये सिरे से तैयार करने के लिए इंडियन रेलवे का क्या प्लान है?
RLDA ने प्राइवेट कंपनियों से इस स्टेशन को रिडेवलप करने के लिए बोली मंगाया है। इस नए स्टेशन में अब हॉस्पिटेबिलिटी हब , इंटीग्रेटेड कॉमर्शियल, रिटेल बनाने की तैयारी होने वाली हैं।
रेलवे अब इसे एक अपग्रेडेशन के जरिए मल्टी-मॉडल हब के तौर पर तैयार किया है। इसकी इन्फ्रास्ट्रक्चर , एलिवेटेड कॉकोर्स, मल्टी लेवल कार पार्किंग जैसी खास सुविघाओ से लैस करना चाहते हैं। इस प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए करीब 6,500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और करीब 4 साल में इसे पूरा कर लिया जाएगा।
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प्रकाश डुडेजा ने कहां
RLDA उपाध्यक्ष वेद प्रकाश डुडेजा ने कहा, 'नई दिल्ली देश की राजधानी है और राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मायनों में भी इस स्टेशन की अहम भूमिका है। इस शहर में लोकाचार, संस्कृति और आर्किटेक्ट का अपना शानदार इतिहास रहा है। इस प्रोजेक्ट के आर्किटेक्चर को कुछ इस तरीके से तैयार किया जाएगा ताकि यहां इतिहास और आधुनिकता का एहसास हो। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास रिटेल, कॉमर्शियल और हॉस्पिटेबिलिटी सुविधा देने के लिये तैयार किया जाएगा। इस डेवलपमेंट से टूरिज्म के साथ रियल एस्टेट कारोबार के लिए भी मुफीद अवसर पैदा होंगे। भविष्य में नई दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में निवेश भी बढ़ सकेगा।'
मोर्डेन चीज़ों से लैस
एसोसिएट इन्फ्रास्ट्रक्चर का डेवलपमेंट, सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर का अपग्रेडेशन और रेलवे कार्यायल और रेलवे क्वॉर्टर्स को रिडेवलप किया जाएगा।
पैसेंजर्स के अलग एलिवेटेड कॉनकोर्स, लाउंज, फूड कोर्ट्स, रेस्टरूम्स, मल्टीपल एंट्री और एग्जिट प्वाइंट के साथ एलिवेटेड रोड नेटवर्क,बेहतर वेंटीलेशन और लाइटिंग के साथ ग्रीन बिल्डिंग आदि सुविधाएं दी जाएंगी।
इस स्टेशन को दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के येलो लाइन और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन से कनेक्ट किया जाएगा। कन्नॉट प्लेस के आउटर सर्किल को पैदल चलने के लिए एक रास्ते से जोड़ा जाएगा।
स्टेशन के अंदर सुविधाओं के लिए यात्रियों द्वारा किए गए खर्च आदि से भी कमाई होगी। इसमें रिटेल दुकाने, लाउंज, पार्किंग, विज्ञापन आदि शामिल होगा। साथ कॉमर्शियल कंपोनेन्ट के लीज से भी कमाई हो सकेगी।
दिल्ली में पहला प्रयोग
IRSDC ने 61 स्टेशनों का जिम्मा ले रखा है। पहले चरण में RLDA नई दिल्ली, तिरुपति, देहरादून, नेल्लूर और पुडूच्चेरी को रिडेवलप किया जाएगा। देशभर के रेलवे स्टेशनों को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत डेवलप करने की तैयारी है।
ये RLDA की जिम्मेदारी होती है कि वो रेलवे की खाली पड़ी ज़मीनों पर डेवलपमेंट का काम करे, और नॉन-टैरिफ तरीकों से रेवेन्यू जेनरेट करे।
वर्तमान में इंडियन रेलवे के पास देशभर में करीब 43,000 हेक्टेयर के क्षेत्र की खाली ज़मीन है। देशभर में 79 कामर्शियल साइट्स हैं। इन्हें पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया के तहत अब कॉमर्शियल डेवलपमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
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