श्री श्री रविशंकर के बिगड़े बोल : यमुना इतनी ही नाजुक थी तो, इजाजत क्यों दी
नई दिल्ली : ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि अगर यमुना ‘इतनी ही नाजुक और शुद्ध थी’ तो अधिकारियों को विश्व संस्कृति महोत्सव की इजाजत नहीं देनी चाहिए थी। रविशंकर ने कहा आयोजन की अनुमति देने के लिए राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) और केंद्र व दिल्ली सरकारों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए।
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एनजीटी द्वारा गठित एक विशेषज्ञ समिति ने कहा है कि उत्सव की वजह से यमुना के बाढ़क्षेत्र पर पड़े प्रतिकूल प्रभाव से निपटने के लिए किए जाने वाले पर्यावरण पुनर्वास में एक दशक और 42.02 करोड़ रुपये लगेंगे।
रविशंकर ने कहा यदि यमुना इतनी ही नाजुक और शुद्ध थी, तो उन्हें शुरुआत में ही विश्व संस्कृति उत्सव को रोक देना चाहिए था। समारोह ने हवा, पानी व भूमि किसी को प्रदूषित नहीं किया।
आपको बता दें रविशंकर का समारोह 11 से 13 मार्च 2016 को दिल्ली में आयोजित हुआ था जिसमें, दुनिया भर के दर्शक मौजूद रहे। इस मामले पर एनजीटी में अगली सुनवाई 20 अप्रैल को होनी है।