अजमेर दरगाह ब्लास्ट: NIA स्पेशल कोर्ट ने 8 मार्च तक के लिए टाला फैसला

नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (NIA ) स्पेशल कोर्ट शनिवार (25 फरवरी ) को अजमेर दरगाह ब्लास्ट केस में अपना फैसला सुना सकती है। खबरों के मुताबिक इस मामले में

Update: 2017-02-25 05:35 GMT

जयपुर. कुछ सालों पहले अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में हुए बम ब्लास्ट पर जयपुर में आज नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी फैसला सुनाने वाली थी। मगर अब ये केस 8 मार्च तक के लिए ताल दिया गया है। खबरों के मुताबिक इस मामले में RSS से जुड़े हिंदूवादी संगठनों के 13 लोग आरोपी हैं।

कब हुआ था ब्लास्ट ?

- 11 अक्टूबर, 2007 की शाम करीब 6 बजे अजमेर दरगाह में ब्लास्ट हुआ था।

- इस ब्लास्ट में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 15 लोग घायल हुए थे।

- इस मामले में कुल 184 लोगों के बयान दर्ज किए गए, जिसमें 26 महत्वपूर्ण गवाह अपने बयानों से मुकर गए थे।

-चार्जशीट के अनुसार, आरोपियों ने 2002 में अमरनाथ यात्रा और रघुनाथ मंदिर पर हुए हमले का बदला लेने के लिए इस बम ब्लास्ट की साजिश रची थी।

-पुलिस को घटनास्थल से दो सिम कार्ड और एक मोबाइल मिले थे। साथ ही एक बैग में रखा जिंदा बम बरामद किया गया था।

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