NIA Raid PFI: PFI के खिलाफ आठ राज्यों में छापेमारी, NIA ने कसा शिकंजा, असम और कर्नाटक से 17 गिरफ्तार
NIA Raid PFI: पहले राउंड की छापेमारी के दौरान अहम जानकारी मिलने के बाद एनआईए ने पीएफआई के खिलाफ जल्द ही दूसरे राउंड की छापेमारी भी शुरू कर दी है।
NIA Raid PFI: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और दूसरी जांच एजेंसियों ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर शिकंजा कस दिया है। जांच एजेंसियों की ओर से आज सुबह से पीएफआई के ठिकानों पर देश भर में छापेमारी की गई है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस छापेमारी के दौरान देश के दो राज्यों से 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जानकारों के मुताबिक पीएफआई के खिलाफ आठ राज्यों में छापेमारी की गई है। एनआईए ने इससे पहले हाल में 22 सितंबर को पीएफआई के खिलाफ देशव्यापी छापे मारकर कार्रवाई की थी।
पहले राउंड की छापेमारी के दौरान अहम जानकारी मिलने के बाद एनआईए ने पीएफआई के खिलाफ दूसरे राउंड की छापेमारी भी शुरू कर दी है। दूसरे राउंड की छापेमारी में जिन 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से 10 की गिरफ्तारी अकेले कर्नाटक से की गई है। पीएफआई के सात अन्य सदस्यों को पूर्वोत्तर के राज्य असम से गिरफ्तार किया गया है।
पीएम मोदी की पटना रैली थी निशाने पर
सूत्रों के मुताबिक एनआईए की ओर से पहले राउंड में की गई छापेमारी में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। इस पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर दूसरे राउंड की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हाल में एनआईए की ओर से की गई छापेमारी में केरल से मोहम्मद शफीक पैठ को गिरफ्तार किया गया था। पैठ को पीएफआई की अहम कड़ी माना जा रहा है और उससे पूछताछ के दौरान इस बात का खुलासा हुआ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना रैली पीएफआई के निशाने पर थी।
पहले राउंड में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में और जांच पड़ताल में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि पीएफआई ने देश-विदेश से 120 करोड़ रुपए से अधिक का फंड जुटा लिया था। दूसरे राउंड की छापेमारी में गिरफ्तार लोगों से भी अहम खुलासे होने के आसार हैं।
कर्नाटक में बड़ी कार्रवाई
कर्नाटक में एनआईए ने पुलिस की मदद से की गई छापेमारी में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें पीएफआई का जिलाध्यक्ष अब्दुल करीम और एसडीपीआई के सचिव शेख मकसूद शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि इन दोनों को एहतियात के तौर पर गिरफ्तार किया गया है ताकि छापेमारी की घटना के बाद शांति व्यवस्था को तोड़ने वाली किसी अन्य अप्रिय घटना को अंजाम न दिया जा सके। एनआईए की ओर से की गई पहले राउंड की छापेमारी के बाद केरल में भारी बवाल और हिंसा की घटनाएं हुई थीं।
कोलार जिले में पीएफआई के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है जबकि बेल्लारी से 4 सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है। मैंगलोर में भी छापेमारी की गई है और यहां भी पीएफआई और एसडीपीआई के कई सदस्यों की गिरफ्तारी की गई है।
असम में पीएफआई पर कसा शिकंजा
कर्नाटक के अलावा असम में भी आज तड़के पीएफआई के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई। प्रदेश पुलिस की ओर से की गई छापेमारी की कार्रवाई में पीएफआई से जुड़े हुए सात सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है। ये सभी गिरफ्तारियां कामरूप जिले के नगरबेरा इलाके से की गई हैं। छापेमारी की कार्रवाई अभी जारी है और जल्द ही पीएफआई के कुछ और सदस्यों को गिरफ्तार किए जाने की संभावना है।
पूछताछ में हुआ अहम खुलासा
इससे पहले जांच एजेंसियों की ओर से 22 सितंबर को पीएफआई के खिलाफ देशव्यापी छापेमारी की गई थी। एनआईए, ईडी और पुलिस की ओर से की गई इस छापेमारी में देश भर में करीब 100 ठिकानों पर छानबीन की गई थी। छापेमारी के दौरान पीएफआई के 106 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। पीएफआई के इन सदस्यों से पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं। एनआईए ने पीएफआई पर शिकंजा कस दिया है और माना जा रहा है कि जल्द ही इस संगठन पर बैन लगाया जा सकता है।
पीएफआई के खिलाफ पहले राउंड की छापेमारी में गिरफ्तार लोगों को केरल की विशेष अदालत ने 30 सितंबर तक एनआईए की कस्टडी में सौंप दिया है। एनआईए इन सदस्यों से पूछताछ में जुटी हुई है। पहले राउंड की छापेमारी के दौरान एनआईए ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए थे।