INDIA Alliance: नीतीश कुमार को बनाया जा सकता है इंडिया गठबंधन का संयोजक, कांग्रेस ने कर ली सहयोगी दलों के साथ बातचीत
INDIA Alliance: विपक्षी नेताओं की आज ऑनलाइन मीटिंग हो सकती है जिसमें संयोजक के रूप में नीतीश कुमार के नाम का ऐलान किया जा सकता है।
INDIA Alliance: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया का संयोजक बनाए जाने की संभावना है। जानकार सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने इस बाबत गठबंधन में शामिल सहयोगी दलों के नेताओं के साथ चर्चा की है और सहयोगी दलों की ओर से नीतीश कुमार के नाम पर सहमति जताई जा चुकी है। विपक्षी नेताओं की आज ऑनलाइन मीटिंग हो सकती है जिसमें संयोजक के रूप में नीतीश कुमार के नाम का ऐलान किया जा सकता है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्षी गठबंधन का अध्यक्ष या चेयरपर्सन बनाए जाने की चर्चा है। हालांकि अभी तक इस बाबत किसी भी दल की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है।
नीतीश कुमार ने दिसंबर के अंत में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली थी। इसके पूर्व राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। नीतीश कुमार को काफी दिनों से इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाए जाने की अटकलें लगाई जाती रही हैं। हालांकि अभी तक उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपने का आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। इसे लेकर जदयू नेता नाराजगी भी जताते रहे हैं।
कांग्रेस ने की सहयोगी दलों से बातचीत
सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का राष्ट्रीय संयोजक बनाए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस ने सहयोगी दलों के नेताओं के साथ बातचीत की है। कांग्रेस नेतृत्व ने इस संबंध में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव,राजद नेता तेजस्वी यादव, एनसीपी के मुखिया शरद पवार और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा की है। इन नेताओं के साथ ही वाम दलों और दक्षिण भारत की विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने भी नीतीश कुमार के नाम पर अपनी सहमति दे दी है।
सूत्रों का कहना है कि आज विपक्षी दलों के गठबंधन के नेताओं की ऑनलाइन मीटिंग हो सकती है। इस मीटिंग के दौरान कांग्रेस की ओर से नीतीश कुमार को राष्ट्रीय संयोजक बनाए जाने का ऑफर दिया जा सकता है। विपक्षी नेताओं की ओर से इस बाबत सहमति जताए जाने के बाद नीतीश को यह जिम्मेदारी सौंपने की घोषणा की जा सकती है।
नीतीश की नाराजगी दूर करने की कोशिश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 29 दिसंबर को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली थी। इसके बाद इस तरह की चर्चाओं ने भी जोर पकड़ा था कि नीतीश कुमार पलटी मार कर एक बार फिर एनडीए में शामिल हो सकते हैं। राजद के साथ उनकी बिहार में पहले ही खींचतान दिख रही है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं ने नीतीश कुमार को बड़ी जिम्मेदारी सौंपने के लिए सक्रियता बढ़ा दी थी।
नए साल के पहले दिन कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने पटना में नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद उन्होंने इस बात की पुष्टि की थी कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व लगातार नीतीश कुमार के संपर्क में बना हुआ है। माना जा रहा है कि शकील अहमद खान ने नीतीश कुमार को कांग्रेस नेतृत्व की मंशा के संबंध में अवगत कराया है।
प्रस्ताव से राजद के नेता भी खुश
नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का राष्ट्रीय संयोजक बनाए जाने की चर्चाओं से राजद नेता भी खुश बताए जा रहे हैं। राजद नेताओं की खुशी का कारण यह है कि नीतीश कुमार को राष्ट्रीय संयोजक बनाए जाने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी अपने नेता तेजस्वी यादव को मिलने की संभावना दिख रही है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव काफी दिनों से अपने बेटे को सीएम के रूप में स्थापित करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसी कारण वे भी शुरुआत से ही नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का राष्ट्रीय संयोजक बनवाने की कोशिश करते रहे हैं।
जदयू नेता पहले से ही कर रहे हैं मांग
इस बीच जदयू के नेता और नीतीश सरकार में मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि संयोजक पद को लेकर फैसला नीतीश कुमार ही लेंगे। वैसे जदयू के कई नेता पहले से ही यह बात कहते रहे हैं कि नीतीश कुमार को यह जिम्मेदारी पूर्व में ही सौंप दी जानी चाहिए थी। उन्हें संयोजक न बनाए जाने को लेकर जदयू के कई नेता नाराजगी भी जता चुके हैं। जदयू के कई नेताओं ने खुलकर मांग की है कि विपक्षी गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाया जाना चाहिए।
विपक्षी गठबंधन की 19 दिसंबर को हुई बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम चेहरे के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे बढ़ाया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया था। विपक्षी गठबंधन में अहम जिम्मेदारी न मिलने पर नीतीश कुमार नाराज बताए जा रहे हैं और ऐसे में अब कांग्रेस नेतृत्व की ओर से उनकी नाराजगी दूर करने के लिए बड़ा कदम उठाए जा सकता है।