NSE Fraud Case: NSE धोखाधड़ी केस में CBI ने चित्रा रामाकृष्ण से जुड़े कई ठिकानों पर की छापेमारी
CBI Raid in NSE Fraud Case: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) से जुड़े एनएससी फ्रॉड केस में सीबीआई (CBI) ने कई ठिकानों पर छापेमारी की है।
NSE Fraud Case : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) से जुड़े के मामले में जांच करते हुए सेंट्रल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) की टीम ने शनिवार की सुबह देश के कई बड़े शहरों में छापेमारी अभियान चलाया। एनएसई (NSE) कि पूर्व सीईओ और एमडी चित्र रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) धोखाधड़ी मामले से जुड़े कई ब्रोकर्स के अलग-अलग ठिकानों पर सीबीआई (Central Bureau of Investigation) ने दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और मुंबई समेत देश के करीब 10 शहरों में रेड किया।
मार्च में चित्रा रामकृष्ण हुई थी गिरफ्तार
सीबीआई ने इसी साल मार्केट रेगुलेटर सेबी के जांच रिपोर्ट के बाद एनएससी की पूर्व सीईओ और एमडी चित्र रामकृष्ण (NSE Former CEO and MD Chitra Ramakrishna) को गिरफ्तार किया था। चित्रा पर आरोप है कि उन्होंने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से जुड़े कई गोपनीय जानकारियों को हिमालय में रहने वाले एक अज्ञात योगी को ईमेल के जरिए शेयर किया था। इस मामले में बीते कई दिनों से सीबीआई उनसे पूछताछ कर रही है। इसी साल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) ने भी इस मामले को लेकर चित्र रामकृष्ण के मुंबई तथा चेन्नई स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी की थी और आज सीबीआई ने भी इसी मामले में कई जगह रेड डाला है। बता दें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) में कथित अनियमितताओं को लेकर साल 2018 में एक केस दर्ज किया गया था। इस केस में चित्र रामकृष्ण समेत कई अन्य को आरोपी बनाया गया था। गौरतलब है की इसी हफ्ते चित्रा ने कोर्ट में जमानत याचिका भी दायर की थी मगर कोर्ट ने उसे ठुकरा दिया था।
एनएससी के पूर्व संचालक भी हैं आरोपी
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की अनियमितताओं के मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के पूर्व संचालन अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम (Anand Subramaniam) भी आरोपी है। चित्रा रामकृष्ण की गिरफ्तारी से पहले आनंद सुब्रमण्यम की गिरफ्तारी फरवरी महीने में ही हो गई थी। इन दोनों पर ही आरोप है कि इन्होंने दिल्ली की स्टॉक ब्रोकर कंपनी तथा उसके मालिक को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के ट्रेडिंग सिस्टम के बारे में कई अहम जानकारी देने का आरोप है। गौरतलब है कि सेबी की रिपोर्ट फरवरी महीने में आने के बाद ही सीबीआई ने इस मामले को लेकर धरपकड़ तेज कर दी थी इस मामले में एक हिमालय योगी का ईमेल चित्र रामाकृष्णन के साथ साझा होने की खबर सामने आने के बाद अप्रैल महीने में सीबीआई ने इस मामले को लेकर चार्जशीट दाखिल की थी।
साल 2010-2015 के बीच गड़बड़ियों का आरोप
बता दें साल 2010 से 2015 के बीच नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में कई तरह की कथित तौर पर बड़ी गड़बड़ियां सामने आने के बाद दो हजार अट्ठारह में इस मामले को लेकर केस दर्ज किया गया था। बता दें जिस वक्त से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में गड़बड़ियों के आरोप लग रहे थे उस वक्त राजीव नारायण एनएससी के मैनेजिंग डायरेक्टर तथा चित्र रामकृष्ण उस वक्त नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की डिप्टी सीईओ के पद पर थी। साल 2016 में रवि नारायण के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के पद से हटने के बाद चित्रा रामकृष्ण को एनएससी की मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव नियुक्त किया गया था।