दिल्ली: संसद में आज से मानसून सत्र शुरू हो रहा है। एक तरफ जहाँ काँग्रेस मॉब लिंचिंग जैसे मामलों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है वहीँ नरेन्द्र मोदी सरकार को कई महत्वपूर्ण विधेयकों को मंज़ूरी मिलने की उम्मीद है। लोक सभा स्पीकर सर्वदलीय बैठक के बाद उम्मीद ज़ाहिर की गई है, कि सत्र सुचारु ढंग से चलेगा। इस दौरान महिला आरक्षण, ट्रिपल तलाक़ और निकाह हलाला संबंधी विधेयक संसद में पास हो जाएंगे। सत्र के मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया जाएगा।
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महिला आरक्षण पर रार, हंगामे के आसार
संसद का मानसून सत्र हंगामेदार होने के आसार है। राहुल गाँधी की पीएम को महिला आरक्षण पर लिखी चिठ्ठी लिखी थे जिस में महिला आरक्षण पर काँग्रेस के समर्थन का भरोसा दिलाया गया था। राहुल के खत के जवाब में क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गाँधी पर पलटवार करते हुए पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने पर समर्थन माँगा है। क़ानून मंत्री ने राहुल गाँधी के पत्र के जवाब में उन से पूछा है कि महिला आरक्षण विधेयक को क्यों संसद में तीन साल तक लटकाया गया और, मीयाद को क्यों ख़त्म होने दिया गया।
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राहुल गाँधी की पीएम की चिठ्ठी और फिर क़ानून मंत्री के पलटवार के बाद आशका ज़ाहिर की जा रही कि मानसून सत्र हंगामेदार होगा। दरअसल एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने मॉब लिंचिंग को घटनाओं पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए केंद्र और राज्य सरकारों को फटकार लगाईं थी। जिस के बाद काँग्रेस सरकार के उन आधा दर्जन मंत्रियों का इस्तीफा माँगा है। जो मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं के समर्थन में खड़े थी। ऐसे में संसद के मानसून सत्र में काम कम हंगामा ज़्यादा देखने को मिल सकता है।