Indo-China Face off: चीन से झड़प के बाद आज होगा संसद में संग्राम, कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा

Indo-China Face off: चीनी सैनिकों से झड़प को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-12-13 03:03 GMT

Parliament Winter Session (photo: social media )

Indo-China Face off: गलवान संघर्ष के बाद भारत और चीन के सैनिकों के बीच एकबार फिर हाथापाई को लेकर राजनीति गरमा गई है। विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस, शिवसेना और एआईएमआईएम ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है। विपक्षी नेताओं के तेवर बता रहे हैं कि मंगलवार यानी आज का संसद सत्र काफी हंगामेदार होने वाला है। कांग्रेस संसद में इस पर चर्चा कराने की मांग उठा चुकी है। वहीं, हैदराबाद सांसद असुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में आज स्थगन प्रस्ताव लाने का ऐलान किया है।

कांग्रेस का मोदी सरकार पर तीखा हमला

चीनी सैनिकों से झड़प को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि समय आ गया है कि सरकार ढुलमुल रवैया छोड़कर सख्त लहजे में चीन को समझाए कि उसकी यह हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, देश से बड़ा कोई नहीं है, लेकिन मोदी जी अपनी छवि को बचाने के लिए देश को ख़तरे में डाल रहे हैं। उत्तरी लद्दाख़ में घुसपैठ स्थायी करने की कोशिश में चीन ने डेपसांग में LAC की सीमा में 15-18 km अंदर 200 स्थायी शेल्टर बना दिए, पर सरकार चुप रही।अब यह नया चिंताजनक मामला सामने आया है। रमेश ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर पीएम मोदी को घेरा है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर कहा, एक बार हमारे सैनिकों को चीन ने उकसाया है। हमारे सैनिकों ने बहादुरी से मुकाबला किया और कुछ जवान घायल भी हुए। उन्होंने मोदी सरकार को चीन की आक्रामकता और अप्रैल 2020 से हो रहे निर्माण कार्य को लेकर ईमानदार होने का सुझाव दिया। खड़गे ने स्पष्ट किया कि वे इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते, लेकिन सरकार को इस पर संसद में चर्चा कराके देश को भरोसे में लेना चाहिए।

वहीं, कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, अगर ये गलती न की होती। चीन का नाम लेने से डरे न होते तो आज चीन की हैसियत नहीं थी कि हमारे देश की तरफ आंख उठाकर देखे। हमारी जमीन पर कब्जा करना, हमारी जमीन पर आकर हमारे सैनिकों से झड़प करना तो दूर की बात है। पार्टी ने पीएम का 2020 का एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, अब भी वक्त है – डरो मत।

ओवैसी ने सरकार पर देश को अंधेरे में रखऩे का आरोप लगाया

एआईएमआईएम सुप्रीमो असुद्दीन ओवैसी ने भारत और चीन के बीच हुए हालिया झड़प को लेकर मोदी सरकार पर तल्ख टिप्पणी की है। ओवैसी ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर देश को अंधेरे में रखऩे का आरोप लगाया। उन्होंने कहा जब संसद का सत्र चल रहा था तब इस बारे में सूचना क्यों नहीं दी गई।

अपने एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, सेना किसी भी समय चीन को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। पीएम मोदी का कमजोर राजनीतिक नेतृत्व ही चीन के खिलाफ इस अपमान का कारण बना। संसद में इस पर तत्काल चर्चा की जरूरत है । मैं कल इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश करूंगा।

वहीं, शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मोदी सरकार तंज कसते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, चीन के जमीन हड़पने का एक और दिन और भारत सरकार अपने चुनावी एजेंडे में व्यस्त है।

क्या हुआ था अरूणाचल में ?

9 दिसंबर को अरूणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी एलएसी पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। तवांग सेक्टर में हुइ इस झड़प में दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आईं। भारत के 6 घायल जवानों का इलाज गुवाहटी स्थित अस्पताल में चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 300 की संख्या में चीनी सैनिक तवांग में स्थित भारत पोस्ट को हटाने आए थे, जिन्हें वहां मौजूद सेना के जवानों ने खदेड़ दिया।

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