संसद में मोदी सरकार पर जमकर बरसे आनंद भदौरिया, बोले- किसानों की समृद्धि के बिना अमृत काल की बात करना बेमानी

Parliament Session : सपा नेता एवं उत्तर प्रदेश की धौरहरा सीट से सांसद आंनद भदौरिया ने सदन में अपनी बात रखी। उन्होंने किसान, महंगाई, युवा और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार पर सियासी तीर चलाए।

Report :  Rajnish Verma
Update: 2024-07-02 17:40 GMT

Parliament Session : लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा प्रहार किया। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मोदी सरकार को जमकर घेरा। इसी कड़ी में सपा नेता एवं उत्तर प्रदेश की धौरहरा सीट से सांसद आंनद भदौरिया ने सदन में अपनी बात रखी। उन्होंने किसान, महंगाई, युवा और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार पर सियासी तीर चलाए।

समाजवादी पार्टी के सांसद आनंद भदौरिया ने संसद में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जमकर तारीफ की और धौरहरा लोकसभा क्षेत्र की जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने केंद्र सरकार के किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर किए जा रहे वादे पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बीते दस सालों से किसानों की आय दोगुनी करनी की बात की जा रही है, लेकिन जमीन स्तर हकीकत कुछ और है। किसान कर्ज में डूबे हुए हैं, आत्महत्या करने को मजबूर हैं। उन्होंने इस दौरान अदम गोंडवी की एक शायरी का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों की समृद्धि के बिना अमृत काल और विकसित भारत की बात करना बेमानी है।

आवारा पशुओं का किया जिक्र

उन्होंने बहराइच की चुनावी जनसभा में आवारा पशुओं को लेकर पीएम मोदी की ओर से दिए गए बयान कि 10 मार्च के बाद आवारा पशुओं की जिम्मेदारी उनकी होगी, को याद दिलाया और कहा कि आवारा पशु किसानों के खेतों में नुकसान पहुंचा रहे हैं, सड़कों पर घूम रहे हैं और आमजन की जान जा रही है, तेंदुआ का आतंक है, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है।

नई संसद को लेकर उठाए सवाल

उन्होंने नीट पेपर लीक, पुरानी पेंशन नीति और बेरोजगारी के मुद्दे पर भी सरकार को घेरने का प्रयास किया। इसके साथ ही उन्होंने नई संसद में फर्श पर बनी मोर के पंख की आकृति पर भी सवाल उठाए, हालांकि स्पीकर ने कानून का हवाला देते हुए उन्हें बीच में ही रोक दिया। स्पीकर ने कहा कि आप सुझाव दे सकते हैं, लेकिन संसद पर सवाल नहीं उठा सकते हैं।

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