महेसाणा: गुजरात में एक बार फिर पाटीदार आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है। रविवार को जेल भरो आंदोलन के चलते महेसाणा में पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प में आंदोलन की अगुवाई कर रहे सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) के प्रेसिडेंट लालजी पटेल जख्मी हो गए। इस बात से नाराज पाटीदारों ने सोमवार को गुजरात बंदी का ऐलान किया है।
क्या कहना है आनंदीबेन का
इस मामले को सूबे की सीएम आनंदीबेन हल्के में ले रही हैं। उनका कहना है कि ऐसे आंदोलन तो होते रहते हैं। सरकार का काम विकास कार्यों के जरिए जनता की सेवा करना है। हम उसी पर फोकस कर रहे हैं।
मेहसाणा में लगा कर्फ्यू
मेहसाणा में आंदोलन के दौरान बिगड़े हालात पर काबू करने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिला प्रशासन ने नोटिस जारी कर अगले 24 घंटों के लिए इलाके में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है। इसके बाद आंदोलनकारियों ने जिला कलेक्टर (डीएम) की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया।
सूरत में धारा 144 लागू
अहमदाबाद के केके नगर चौराहे और वस्त्राल चौराहे पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। ये पाटीदार बहुताय क्षेत्र है। सूरत में भी कई जगहों पर धारा 144 लगा दी गई है। पुलिस कमिश्नर आशीष भाटिया ने कहा कि राज्य की शांति भंग करने वालों से हम सख्ती से निपटेंगे।
पाटीदार कर रहे हार्दिक पटेल की रिहाई की मांग
बताया जा रहा है पाटीदार हार्दिक पटेल को जेल से बाहर निकालने जाने की मांग कर रहे हैं। वे पिछले आठ महीनों से देशद्रोह के आरोप में जेल में बंद हैं।