बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, अब आपकी जेब पहले से ज्यादा होगी ढीली

महंगाई की मार का आलम ये है कि जून 2017 के बाद पेट्रोल-डीजल के दामों की रोजाना समीक्षा और बढ़ोतरी के बाद यह अब तक की सबसे अधिक बढ़ोतरी है। 

Update:2020-06-14 14:38 IST

नई दिल्ली: कहने को तो लॉकडाउन ख़तम हो गया है। लेकिन उसका असर अभी भी जारी है। जिसके चलते आम आदमी को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है। जिसके चलते लगातार पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे में एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी हुई है। पेट्रोल के दाम 62 पैसे लीटर, डीजल मूल्य 64 पैसे प्रति लीटर बढ़े हैं। पिछले आठ दिनों में पेट्रोल और डीजल दोनों ईंधन के दाम में क्रमश: 4.52 रुपये और 4.64 रुपये लीटर की बढ़ोतरी हुई है।

2017 के बाद से सबसे बड़ी बढ़ोत्तरी

आज एक बार फिर तेल की कीमतों में बढ़त दर्ज की गई। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों की कीमत अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल का मूल्य 75.16 रुपये से बढ़कर 75.78 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल का दाम 73.39 रुपये से बढ़कर 74.03 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। पिछले 8 दिनों से लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। ये बढ़ोत्तरी कितनी ज्यादा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जून 2017 के बाद पेट्रोल-डीजल के दामों की रोजाना समीक्षा और बढ़ोतरी के बाद यह अब तक की सबसे अधिक बढ़ोतरी है।

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तेल के दाम पूरे देश के लिए बढ़ाए गए हैं और राज्यों के स्थानीय टैक्स व वैट के चलते इनके दाम अलग-अलग होंगे। जून 2017 के बाद से तेल कंपनियां दैनिक आधार पर कीमतों की समीक्षा कर रही हैं। तब से पेट्रोल के दाम में 62 पैसे और डीजल के मूल्य में 64 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी सर्वाधिक है। कंपनियों ने कीमतों की समीक्षा 82 दिनों तक स्थगित रखने के बाद सात जून से दाम में लागत के हिसाब से फेर-बदल शुरू किया था। उसके बाद से यह लगातार आठवां दिन है जब ईंधन के दाम बढ़े हैं।

पिछले 8 दिनों में पेट्रोल 4.52 और डीजल 4.64 रुपये लीटर हुआ महंगा

महंगाई की मार लगातार पेट्रोल-डीजल के दामों में देखने को मिल रही है। पिछले आठ दिनों में पेट्रोल के दामों में 4.52 रुपये प्रति लीटर और डीजल की दर में 4.64 रुपये लीटर की कुल वृद्धि हुई है। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोरोना वायरस महामारी के कारण कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का लाभ उठाने और अतिरिक्त संसाधन जुटाने के इरादे से सरकार ने 14 मार्च को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 3 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी।

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उसके बाद तेल कंपनियों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने कीमतों की दैनिक समीक्षा रोक दी थी। उसके बाद सरकार ने फिर पांच मई को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिए। इस दो बार की वृद्धि से सरकार को 2 लाख करोड़ रुपये के अतिरिक्त कर राजस्व प्राप्त हुआ।

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