Petrol Pump In Delhi: अगर दिल्ली जा रहें हैं तो सावधान, बिना इस कागज के नहीं मिलेगा पेट्रोल
Petrol Pump In Delhi: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सरकार की अभी 'ऑड-ईवन' वाहन राशनिंग योजना को लागू करने की कोई योजना नहीं है और यह शीतकालीन कार्य योजना पर ध्यान केंद्रित करेगी।
Petrol Pump In Delhi: राष्ट्रीय राजधानी में वायू प्रदूषण एक पुराना मुद्दा रहा है और यह आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती है। इस साल अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी आप से अधिक उम्मीदें हैं क्योंकि वह पंजाब में भी सत्ता में हैं, जहां दिल्ली के वार्षिक संकट में पराली जलाने का योगदान है। दिल्ली को आराम से सांस लेने में सरकार के एक साहसिक कदम से 25 अक्टूबर से प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) प्रमाण पत्र नहीं रखने वालों को पेट्रोल की बिक्री पर रोक लगाने का फैसला किया है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सरकार की अभी 'ऑड-ईवन' वाहन राशनिंग योजना को लागू करने की कोई योजना नहीं है और यह शीतकालीन कार्य योजना पर ध्यान केंद्रित करेगी।
चिन्हित किए गए इतने हॉटस्पॉट
दरअसल वाहनों से होने वाले प्रदूषण, धूल प्रदूषण और खुले में कूड़ा जलाने से होने वाले धुएं से निपटने के सभी उपाय इस साल भी पहले जैसे ही होंगे। इसके अलावा पटाखों पर भी रोक है। ऐसे में कुछ नई पहल कर जैसे कि लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 'पर्यावरण मित्र' का पंजीकरण करना है। उन्होंने कहा कि रीयल-टाइम सोर्स अपॉइंटमेंट स्टडी पर काम शुरू हो गया है और 20 अक्टूबर के बाद हमें रिपोर्ट मिलना शुरू हो जाएगा ताकि प्रत्येक क्षेत्र में प्रदूषण के कारणों और स्रोतों को समझ सकें।
उदाहरण के लिए, हमारे पास 13 हॉटस्पॉट हैं जिन पर हम काम कर रहे हैं और हमें कुछ सफलता मिली है। हम अपने वॉर रूम को भी मजबूत कर रहे हैं। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) शनिवार (1 अक्टूबर) से लागू होगा और हम इसके क्रियान्वयन और निगरानी को वॉर रूम से जोड़ रहे हैं।
25 अक्टूबर इन वाहनों को नहीं मिलेगा पेट्रोल
उन्होने कहा कि अक्टूबर में दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू हो जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए सभी एजेंसियों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। पर्यावरण मंत्रालय ने सभी विभागों को तैयार रहने के निर्देश जारी किए हैं ताकि पूर्वानुमान के आधार पर जब भी स्थिति बिगड़ती है, तुरंत कार्रवाई की जा सके। उन्होनें आगे कहा कि इसके पीछे कारण यह है कि दिल्ली में वाहनों का प्रदूषण एक महत्वपूर्ण कारक है।
जैसा कि हम समझते हैं, 25 अक्टूबर के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा। सरकार उन लोगों के लिए 25 अक्टूबर के बाद गैस स्टेशनों पर पेट्रोल की बिक्री पर रोक लगाने की योजना बना रही है जिनके पास पीयूसी प्रमाणपत्र नहीं है।