G-20 Virtual Summit: 'दुनिया में कहीं भी नागरिकों की मौत निंदनीय, जी-20 के वर्चुअल समिट के समापन में इजरायल-हमास जंग पर पीएम मोदी ने कही यह बात
G-20 Virtual Summit: जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम मानते हैं कि आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य है। नागरिकों की मौत कहीं भी हों निंदनीय है। उन्होंने कहा, आज हुए बंधकों की रिहाई के समाचार का हम स्वागत करते हैं।
G-20 Virtual Summit : वैश्विक नेताओं के जी-20 वर्चुअल समिट का बुधवार को समापन हो गया है। समिट की अध्यक्षता पीएम मोदी कर रहे थे। इसके समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ग्लोबल साउथ की आवाज को एक बार फिर बुलंद किया। पीएम मोदी ने आतंकवाद, इजरायल-हमास युद्ध समेत कई मुद्दों पर जी-20 के सभी सदस्य देशों का ध्यान केंद्रित किया।
पीएम मोदी ने कहा कि हम मानते हैं कि आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य है। नागरिकों की मौत कहीं भी हों निंदनीय है। आज हुए बंधकों की रिहाई के समाचार का हम स्वागत करते हैं। मानवीय सहायता का समय से और निरंतर पहुंचना आवश्यक है। ये सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि इजरायल और हमास की लड़ाई किसी तरह का क्षेत्रीय रूप धारण न कर ले। हमें उम्मीद है कि सभी बंधकों को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा।
आपस में विश्वास ही है, जो हमें बांधता है
पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, ‘‘मेरा निमंत्रण स्वीकार कर इस समिट में जुड़ने के लिए आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं। 140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से हार्दिक स्वागत है। मुझे याद है जब पिछले साल 1 नवंबर को मेरे दोस्त और इंडोनेशिया के प्रेसिडेंट जोको विडोडो ने मुझे सेरेमॉनियल गेवल सौंपी थी। तब मैंने कहा था कि हम मिलकर जी-20 को इंक्लूसिव, एंबिशियस, एक्शन ओरिएंटेड और डिसाइसिव बनाएंगे। हम सबने मिलकर ये करके दिखाया है। हम सबने मिलकर जी-20 को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। अविश्वास और चुनौतियों से भरी आज इस दुनिया में ये आपस में विश्वास ही है, जो हमें बांधता है, एक दूसरे से जोड़ता है। इस एक साल में हमने वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर में विश्वास जताया है। विवादों से हटकर एकता और सहयोग का परिचय दिया है।‘‘
हमने इसे पर्व की तरह मनाया
पीएम ने कहा, ‘‘वो पल मैं कभी नहीं भूल सकता जब दिल्ली में हम सभी ने सर्वसम्मति से अफ्रीकन यूनियन का स्वागत किया। जी-20 ने पूरे विश्व को इंक्लूजीविटी का जो संदेश दिया है, वो अभीपूर्व है। भारत के लिए गर्व की बात है कि उसकी अध्यक्षता में अफ्रीका को आवाज मिली। इस एक साल में पूरी दुनिया ने जी-20 में ग्लोबल साउथ की गूंज भी सुनी है। पिछले हफ्ते वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में करीब-करीब 130 देशों ने नई दिल्ली जी-20 समिट में लिए गए फैसलों की मन से सराहना की है। जी-20 ने इनवोशन और डिजिटल टेक्नोलॉजी का समर्थन करते हुए पूर्ण ह्यूमन सेंट्रिक अपरॉच बनाने पर बल दिया। जी-20 को भारत की अध्यक्षता में पीपल्स 20 की पहचान मिली। हमने इसे पर्व की तरह मनाया।‘‘