लोक सेवा दिवस: राष्ट्रपति ने सिविल सेवकों को दी बधाई, बताया देश का स्टील फ्रेम
आज लोक सेवा दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोरोना वायरस की स्थिति को संवेदनशीलता और व्यावसायिकता के साथ संभालने के लिए प्रशासनिक कर्मचारियों की सराहना की।
नई दिल्ली: आज लोक सेवा दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोरोना वायरस की स्थिति को संवेदनशीलता और व्यावसायिकता के साथ संभालने के लिए प्रशासनिक कर्मचारियों की सराहना की। साथ ही उन्होंने आज इस खास मौके पर ट्वीट करते हुए सभी सिविल सेवकों और उनके परिजनों को सिविल सेवा दिवस की शुभकामनाएं दी हैं।
राष्ट्रपति ने ट्वीट करते हुए दी शुभकामनाएं
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, वर्तमान समय में भी, हमारे देश की स्टील फ्रेम, सिविल सेवा ने संवेदनशीलता और व्यावसायिकता के साथ COVID-19 स्थिति को संभालने में अपनी ताकत और संकल्प दिखाया है। इस बात का विश्वास है कि हमारी सिविल सेवा सार्वजनिक सेवा की सर्वश्रेष्ठ परंपराओं में काम करती रहेंगी।
राष्ट्रपति ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि सिविल सेवा दिवस पर, सभी सिविल सेवकों, अतीत और वर्तमान और उनके परिवारों को शुभकामनाएं। हमारी नागरिक सेवाओं ने जन कल्याण के लिए नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
PM मोदी ने भी सिविल सेवकों को दी बधाई
राष्ट्रपति कोविंद के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोक सेवा दिवस के मौके पर सभी सिविल सेवकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, आज सिविल सेवा दिवस पर मैं सभी सिविल सेवकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यह सुनिश्चित करने में उनके प्रयासों की सराहना करता हूं कि भारत ने सीओवीआईडी -19 को सफलतापूर्वक हराया। वे 24 घंटे काम कर रहे हैं, जरूरतमंद लोगों की सहायता कर रहे हैं और सुनिश्चित करते हैं कि हर कोई स्वस्थ हो।
अधिकारियों को सर्वश्रेष्ठ सेवा के लिए किया जाता है पुरस्कृत
आपको बता दें कि भारत सरकार हर साल आज के दिन (21 अप्रैल) को लोक सेवा दिवस (Civil Services Day) के रुप में सेलिब्रेट करती है। इस दिन अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को उनकी सर्वश्रेष्ठ सेवा के लिए पुरस्कृत किया जाता है। यह पुरस्कार उन्हें नागरिकों को उत्तम सेवाएं प्रदान करने के लिए दिया जाता है। इससे न केवल अधिकारियों को बेहतर प्रदर्शन को अपने व्यवहार में लाने के लिए प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि आने वाली नई चुनौतियों को निपटने के लिए अपनी कार्य क्षमता को बढ़ाने तथा सुधारने का अवसर भी मिलता है।
आज ही के दिन क्यों मनाया जाता है लोक सेवा दिवस?
बता दें कि 21 अप्रैल, 1947 में आजाद भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने स्वतंत्र भारत के प्रथम लोक सेवा सत्र को मेटकाफ हाउस में संबोधित किया था। अपने संबोधन में सरदार पटेल ने लोक सेवकों को 'स्टील फ्रेम ऑफ इंडिया' कहकर सम्मानित किया गया था। तभी से आज ही के दिन लोक सेवा दिवस को मनाया जाता है।
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