पीएम मोदी की सफलता: पड़ोसी देश संग रिश्ता हुआ और गहरा, जानें कैसे...

Update:2020-01-21 16:02 IST

नई दिल्ली: भारत-नेपाल रिश्तों को एक नया आयाम मिला है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को संयुक्त रूप से जोगबनी-विराटनगर में दूसरे एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) का उद्घाटन किया। ये उद्घाटन भारत-नेपाल की सीमा पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए किया गया। बता दें कि इस पहल से दोनों देशों के बीच व्यापार और लोगों के आने-जाने में सुविधा मिलेंगी। इस चेक पोस्ट की सुविधा को भारत की सहायता से किया जाएगा है।

पीएम मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री ने किया चेक पोस्ट का उद्घाटन:

ये एकीकृत चौकी 260 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है और यहां की प्रतिदिन क्षमता 500 ट्रक है। उद्घाटन के खास मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, 'भारत पड़ोस के सभी मित्र देशों के साथ यातायात को सरल और आसान बनाने और व्यापार, संस्कृति, शिक्षा आदि जैसे क्षेत्रों में हमारे बीच संपर्क को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।'

वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये हुआ उद्घाटन:

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और नेपाल सीमा पार कनेक्टिविटी परियोजनाओं जैसे सड़क, रेल और ट्रांसमिशन लाइनों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हमारे देशों के बीच प्रमुख सीमा बिंदुओं पर एकीकृत चेक पोस्ट आपसी व्यापार और गतिविधियों को बहुत ज्यादा सुविधाजनक बनाएंगे।'

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भारत-नेपाल के अंतर्गत पैतालीस हज़ार घरों का निर्माण-

इतना ही नहीं पीएम ने जानकारी दी कि भारत-नेपाल सहयोग के अंतर्गत पचास हज़ार में से पैतालीस हज़ार घरों का निर्माण हो चुका है। वहीं बाकी घरों का निर्माण भी शीघ्र पूरा हो जायेगा। पीएम ने कहा कि, निर्माण के बाद जल्द ही इन घरों को नेपाली भाइयों और बहनों को जल्दी ही समर्पित किया जा सकेगा।

वहीं नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कहा कि दोनों देशों के स्थायी हित में बातचीत के माध्यम से सभी लंबित मुद्दों को हल करने का समय आ गया है। दोनों देशों में स्थिर और बहुसंख्यक सरकार एक उपयुक्त समय है। मेरी सरकार इस तरफ भारत सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

PM ने नया दशक को लेकर बोला-

प्रधानमंत्री मोदी ने नए दशक को लेकर कहा कि, ‘मेरी कामना है कि नए वर्ष में आपके सहयोग और समर्थन से हम अपने संबंधों को और ऊंचाई पर ले जाएं, और यह नया दशक भारत-नेपाल संबंधों का स्वर्णिम दशक बने।”

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