PM Modi: वे तीन मौके जब पीएम मोदी ने किया साष्टांग दंडवत प्रणाम,अयोध्या से लेकर लोकतंत्र के मंदिर तक दिखा अद्भुत नजारा
PM Modi: रविवार से पूर्व दो अन्य मौकों पर भी प्रधानमंत्री मोदी दंडवत मुद्रा में दिखे थे। ऐसे में यह जानना दिलचस्प है कि आखिर वे कौन से मौके थे, जब पीएम मोदी साष्टांग दंडवत प्रणाम की मुद्रा में दिखे।
PM Modi: संसद की नई इमारत के उद्घाटन के मौके पर रविवार को राजधानी दिल्ली में अद्भुत नजारा दिखा। सुबह के कार्यक्रम के दौरान धोती-कुर्ता और सदरी की पारंपरिक पोशाक पहने प्रधानमंत्री मोदी अलग अंदाज में दिखे। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने सेंगोल के सामने साष्टांग दंडवत प्रणाम किया।
2014 में देश की सत्ता संभालने के बाद यह तीसरा मौका था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साष्टांग दंडवत प्रणाम करते हुए नजर आए। रविवार से पूर्व दो अन्य मौकों पर भी प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्रा में दिखे थे। ऐसे में यह जानना दिलचस्प है कि आखिर वे कौन से मौके थे जब पीएम मोदी साष्टांग दंडवत प्रणाम की मुद्रा में दिखे।
20 मई 2014
2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दम पर भाजपा को बड़ी जीत दिलाते हुए देश में सत्ता बदलाव का रास्ता प्रशस्त किया था। भाजपा की बड़ी जीत के बाद 20 मई 2014 को ऐसा नजारा दिखा था जिसकी कल्पना किसी ने भी नहीं की थी। प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पूर्व जब मोदी जब पहली बार संसद पहुंचे तो उन्होंने लोकतंत्र के इस मंदिर को साष्टांग दंडवत प्रणाम किया था। इसे अद्भुत अवसर माना गया था और तमाम लोग इसे देखकर भावुक भी हो गए थे।
2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी संसदीय सीट से बड़ी जीत हासिल की थी। वे पहली बार लोकसभा का सदस्य बनने में कामयाब हुए थे। लोकसभा का सदस्य बनने के बाद जब वे पहली बार संसद पहुंचे तो उन्होंने संसद की सीढ़ी पर साष्टांग दंडवत प्रणाम किया था। जब वे साष्टांग दंडवत प्रणाम करने के लिए नीचे झुके तो उनकी सुरक्षा में लगे कर्मचारी और अन्य लोग भी पूरी तरह हतप्रभ रह गए थे।
पीएम मोदी ने 2020 में 10 दिसंबर को नए संसद भवन के लिए भूमि पूजन किया था। इस मौके पर उन्होंने उस लम्हे को याद किया था जब वे पहली बार सांसद पहुंचे थे और लोकतंत्र के इस मंदिर को उन्होंने साष्टांग दंडवत प्रणाम किया था। उनका कहना था कि 2014 में मुझे पहली बार सांसद के तौर पर संसद भवन जाने का मौका मिला और इस मौके पर मैंने लोकतंत्र के इस मंदिर को साष्टांग दंडवत प्रणाम किया था।
5 अगस्त 2020
प्रधानमंत्री मोदी के साष्टांग दंडवत प्रणाम का दूसरा मौका 2020 में दिखा था। 2020 में 5 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान भी उन्होंने कुर्ता-धोती की पारंपरिक पोशाक पहन रखी थी। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण लंबे समय से भाजपा के एजेंडे में शामिल रहा है और इस ऐतिहासिक मौके पर भी प्रधानमंत्री मोदी ने साष्टांग दंडवत प्रणाम किया था। सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ था। उसके बाद 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी गई थी।
अयोध्या पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन किया था और इसके बाद वे भव्य राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए पहुंचे थे। पीएम मोदी ने भगवान रामलला के दर्शन के दौरान साष्टांग दंडवत प्रणाम किया था। दिलचस्प बात यह भी है कि पीएम मोदी देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जो अयोध्या में भगवान रामलला के दर्शन के लिए पहुंचे। राम मंदिर के भूमि पूजन के दौरान अयोध्या में देश-विदेश से साधु संतों का बड़ा जमावड़ा लगा था।
28 मई 2023
पीएम मोदी के साष्टांग दंडवत प्रणाम का तीसरा नजारा आज सुबह दिखा। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर सेंगोल के सामने साष्टांग दंडवत प्रणाम किया। नए संसद भवन पहुंचने पर लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। पारंपरिक पोशाक पहनकर पहुंचे पीएम मोदी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान गणेश का आह्वान किया। बाद में उन्होंने सेंगोल के सामने साष्टांग दंडवत प्रणाम किया और पवित्र राजदंड को लेकर तमिलनाडु से आए आधीनम संतो को प्रणाम करते उनका आशीर्वाद लिया।
बाद में उन्होंने लोकसभा स्पीकर के आसन के बगल में इस पवित्र राजदंड को स्थापित किया। संसद की नई इमारत के उद्घाटन के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री जयशंकर, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत केंद्रीय मंत्रिमंडल के लगभग सभी सदस्य मौजूद थे। हालांकि कांग्रेस समेत विपक्ष के कई प्रमुख दलों ने इस समारोह का बहिष्कार किया।