PM Modi Mother Heeraben: जब मां के संघर्षों को याद करके रो पड़े थे मोदी, परिवार के गुजारे के लिए हीराबेन ने पड़ोसी घरों में मांजे थे बर्तन
PM Modi Mother Death: प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी ने लंबे समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली और इस दौरान भी वे हमेशा अपनी मां से मिलने जाते रहे।
PM Modi Mother Heeraben: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपनी मां हीराबेन से काफी भावनात्मक रिश्ता रहा है। प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने के कारण मोदी की काफी व्यस्तता रहा करती है मगर इसके बावजूद वे बीच-बीच में समय निकालकर अपनी मां से मिलने जरूर जाया करते रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी ने लंबे समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली और इस दौरान भी वे हमेशा अपनी मां से मिलने जाते रहे। प्रधानमंत्री को हमेशा इस बात का एहसास रहा कि मां ने कितनी मुसीबतों से लड़कर उनका लालन-पालन किया है।
2014 में देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी ने 2015 में अमेरिका का दौरा किया था। इस दौरान पीएम मोदी फेसबुक मुख्यालय भी पहुंचे थे। फेसबुक मुख्यालय में मार्क जुकरबर्ग की मौजूदगी में टाउनहॉल कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर बातचीत की थी। इस दौरान अपनी मां को याद करते हुए मोदी काफी भावुक हो गए थे। मां के संघर्ष को याद करते हुए पीएम मोदी ने रोते हुए बताया था कि परिवार का लालन-पालन करने के लिए मां हीराबेन ने पड़ोसी घरों में बर्तन तक मांजे थे। मोदी के इस बयान से समझा जा सकता है कि उनकी मां की कितनी संघर्षपूर्ण जिंदगी रही है।
जुकरबर्ग के सवाल पर आंखों से निकले आंसू
2015 में फेसबुक मुख्यालय में आयोजित टाउनहॉल कार्यक्रम के दौरान फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया था कि उन्हें इतनी बुलंदी तक पहुंचाने में उनकी मां का क्या योगदान रहा है? इस सवाल के जवाब में मां का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की आवाज भर्रा गई थी। प्रधानमंत्री मोदी का कहना था कि मेरे पिताजी नहीं हैं और मैंने बचपन में चाय तक बेची है।
पीएम मोदी का कहना था कि पिताजी के निधन के बाद परिवार के पालन पोषण और सभी का पेट भरने के लिए मां पड़ोस के घरों में जाकर बर्तन धोने के साथ पानी भरने का काम करती थी। बड़ा परिवार होने के कारण मां ने काफी संघर्ष के बाद सबका लालन-पालन किया। मां के संघर्षों को याद करते हुए मोदी इतने ज्यादा भावुक हो गए कि उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े।
जीवन में मां की भूमिका महत्वपूर्ण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर किसी के जीवन में दो लोगों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। एक अध्यापक और दूसरी मां की। मेरे जीवन को बनाने में मां और बाप का बहुत बड़ा योगदान है। मेरा ताल्लुक काफी गरीब परिवार से रहा है और सभी को इस बात की जानकारी है कि मैं स्टेशन पर चाय बेचा करता था।
कोई कल्पना नहीं कर सकता कि दुनिया के इतने बड़े लोकतंत्र ने मुझे नेता के रूप में स्वीकार किया। मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपने के लिए मैं देश की सवा अरब जनता को नमन करता हूं जिन्होंने मुझे ऐसे व्यक्ति को अपना बनाते हुए इतने बड़े पद पर पहुंचा दिया।
मां की प्रेरणा से सही रास्ते पर चलने की ताकत
पीएम मोदी का कहना था कि मेरी मां पढ़ी-लिखी नहीं है मगर टीवी पर समाचारों को सुनकर उन्हें इस बात की पूरी जानकारी रहती है कि पूरी दुनिया में क्या चल रहा है। इतनी ज्यादा उम्र हो जाने के बावजूद वे अपने सारे काम खुद करने में सक्षम हैं।
उनका कहना था कि कोई भी मां यह नहीं चाहती कि उसका बेटा कुछ बन जाए बल्कि उसकी इच्छा होती है कि उसका बेटा कैसा बने। मां की यही सोच बहुत बड़ा फर्क पैदा करती है। मां की प्रेरणा और आशीर्वाद से हमें सही रास्ते पर चलने की शक्ति हासिल होती है। इसलिए सभी माताओं को शत शत वंदन किया जाना चाहिए