Bihar Politics: नीतीश कुमार फिर करेंगे खेला, नंवबर के बाद मार सकते हैं पलटी, PK ने किया दावा
Bihar Politics: प्रशांत किशोर ने दावा किया कि इस बार के चुनावों में जदयू का प्रदर्शन बेहद खराब रहेगा। उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार को एहसास होगा कि भाजपा उन्हें समर्थन नहीं देने वाली तो वे एक बार फिर पाला बदल सकते हैं। लेकिन, जदयू की सीटें इतनी कम आएंगी कि किसी भी गठबंधन में जाने के बावजूद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद नहीं मिल पाएगा।;
Prashant Kishor (photo: social media )
Bihar Politics: बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले बीजेपी ऐलान कर चुकी है कि पार्टी नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। इसी बीच, चुनाव रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने एक नया दावा कर कहा कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव तो लड़ेंगे लेकिन बाद में पाला बदल लेंगे।
हालांकि, प्रशांत किशोर का कहना है कि नीतीश कुमार इतने अलोकप्रिय हो चुके हैं कि वे लगातार पांचवीं बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे। चाहे वो कहीं भी चले जायें। पश्चिम चंपारण में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा, नवंबर में चुनाव खत्म होने के बाद बिहार का मुख्यमंत्री कोई भी बन सकता है सिवाय नीतीश कुमार के। आप इसे लिख के ले लीजिये। अगर मेरा दावा गलत साबित हुआ तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
भाजपा के साथ गठबंधन, लेकिन CM बनने पर संशय
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और भाजपा के संबंधों को लेकर कहा कि वे हमेशा भाजपा के साथ रहे हैं, सिर्फ 2015 को छोड़कर, जब मैंने उनके लिए चुनावी रणनीति बनाई थी। किशोर ने दावा किया कि इस बार भाजपा ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने से बच रही है क्योंकि उनकी लोकप्रियता में भारी गिरावट आई है।
उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा, "अगर वे यह ऐलान कर दें कि चुनाव के बाद नीतीश कुमार पूरे पांच साल के लिए मुख्यमंत्री होंगे, तो भाजपा के लिए चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा।"
जदयू को मिलेगा करारा झटका?
प्रशांत किशोर, जो कभी जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे लेकिन 2020 में पार्टी से निकाल दिए गए थे, ने दावा किया कि इस बार जदयू को भारी नुकसान होगा। उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार जब समझ जाएंगे कि भाजपा उन्हें समर्थन नहीं देगी, तो वे फिर से पाला बदल सकते हैं। लेकिन इस बार जदयू की इतनी कम सीटें आएंगी कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका नहीं मिलेगा, चाहे वे किसी भी गठबंधन में जाएं।"
शारीरिक-मानसिक रूप से थक चुके हैं नीतीश कुमार
नीतीश कुमार पर सीधा हमला करते हुए किशोर ने कहा कि वे अब शारीरिक रूप से थक चुके हैं और मानसिक रूप से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। "यहां तक कि भाजपा नेता रहे दिवंगत सुशील मोदी भी कह चुके थे कि वे एक गंभीर मानसिक बीमारी से पीड़ित हैं।" उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के नाम तक बिना कागज देखे नहीं बता सकते।
मोदी के पैर छूकर बिहार को किया बदनाम
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति चाटुकारिता का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "जब मोदी जी ने नई सरकार की शपथ ली, तो नीतीश कुमार ने सार्वजनिक रूप से उनके पैर छूकर बिहार को बदनाम किया। अगर उन्हें मोदी जी के प्रति इतनी श्रद्धा थी, तो वे यह निजी तौर पर भी कर सकते थे। लेकिन उन्होंने सत्ता में बने रहने के लिए यह दिखावा किया।"
भाजपा-कांग्रेस पर भी बरसे किशोर
किशोर ने बिहार की मौजूदा स्थिति के लिए सिर्फ जदयू और राजद को नहीं, बल्कि भाजपा और कांग्रेस को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए बिहार की शराबबंदी नीति पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, "अगर भाजपा को शराबबंदी इतनी पसंद है, तो वे उत्तर प्रदेश और अन्य भाजपा-शासित राज्यों में इसे लागू क्यों नहीं करते? वहां वे विकास और निवेश की बात करते हैं, और बिहार में सिर्फ मुफ्त राशन और शराबबंदी पर जोर देते हैं।"
जन सुराज बदलेगी बिहार की राजनीति
प्रशांत किशोर ने कहा कि उनकी जन सुराज पार्टी बिहार को इस "राजनीतिक दलदल" से निकालने के लिए पूरी तरह तैयार है, जो दशकों से नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के बीच सत्ता संघर्ष में फंसा हुआ है। उनका दावा है कि बिहार को एक नई राजनीतिक सोच की जरूरत है, जो सिर्फ सत्ता हासिल करने के बजाय राज्य के विकास पर केंद्रित हो।