राष्ट्रपति चुनाव: रामनाथ कोविंद के पक्ष में गया क्रॉस वोटिंग, मत पहुंचाया 7 लाख पार
लखनऊ: देश के अगले राष्ट्रपति के तौर पर रामनाथ कोविंद के नाम की घोषणा के बाद अब विभिन्न राज्यों में हुई क्रॉस वोटिंग पर चर्चा जारी है। सूत्रों की मानें, तो पश्चिम बंगाल, गोवा, दिल्ली, महाराष्ट्र, त्रिपुरा, यूपी और गुजरात में रामनाथ कोविंद के पक्ष में जमकर क्रॉस वोटिंग हुई।
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लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाली खबर दिल्ली से आई। यहां आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनाव से ठीक पहले मीरा कुमार का समर्थन किया था। लेकिन आज परिणाम आने के बाद पता चला कि आप विधायकों ने भी क्रॉस वोटिंग की है। हालांकि, इस बात की उम्मीद पहले से भी जताई जा रही थी। क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव में गुप्त मतदान होता है ऐसे में क्रॉस वोटिंग की संभावना बढ़ जाती है।
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कई पार्टी के नेताओं ने पहले ही किया था ऐलान
बता दें, कि यूपी की प्रमुख विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) पहले से ही दो फाड़ थी। अखिलेश गुट जहां मीरा कुमार के समर्थन में खड़ा था तो शिवपाल खेमा रामनाथ कोविंद के पक्ष में। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सहित कई अन्य दलों के नेताओं ने खुलेआम पार्टी के फैसले का उल्लंघन कर कोविंद को वोट देने का ऐलान किया था।
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जेडीयू-बीजेपी के कई नेताओं ने किया मीरा को वोट!
वहीं, सूत्र ये भी बता रहे हैं कि बीजेपी के कई नेताओं ने रामनाथ कोविंद के खिलाफ वोट देने का ऐलान भी किया था। इसके अलावा गोवा और गुजरात में एनडीए के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की खबर है। इस तरह से वोटिंग के कारण कोविंद को काफी फायदा हुआ है।
इतने वोट मिले दोनों उम्मीदवारों को
इसी का परिणाम था, कि रामनाथ कोविंद को कुल वोटों का 65 फीसदी मत मिला। उन्हें कुल 7 लाख दो हजार 44 वोट मिले, जबकि जीत के लिए उन्हें सिर्फ 5,52,243 वोट चाहिए थे। विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को सिर्फ 3,67,314 वोट ही मिले।