सिलक्यारा सुरंग के 'हीरो' के घर चला DDA का बुलडोजर, प्रियंका गांधी का BJP पर निशाना...'ये अन्यायकाल की सच्चाई'
Rat Miner House Demolished: दिल्ली विकास प्राधिकरण ने अपने डेमोलेशन ड्राइव के तहत खजूरी खास इलाके में कई घरों को ढहाया जिसमें एक 'रैट माइनर' का भी घर था।
Bulldozer Action on Rat-Hole Miners House: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के खजूरी खास (Khajuri Khas) गांव में गुरुवार (29 फरवरी) को दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने 'अतिक्रमण हटाओ अभियान' चलाया। डीडीए का बुलडोजर जिन अवैध घरों पर चला उसमें से एक घर उस शख्स का भी था, जिसने उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग हादसे (Silkyara Tunnel Collapse) में 41 मजदूरों की जान बचाने में मदद की थी। इस मजदूर के घर गिराए जाने को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 'अन्याय काल' बताया।
आपको बता दें कि, उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग में काम करते वक़्त 41 मजदूर फंस गए थे। उनकी जान बचाने में मदद करने वाले 'रैट माइनर' वकील हसन ने भी बड़ी भूमिका निभाई थी। आज उनके घर पर भी बुलडोजर एक्शन हुआ।
प्रियंका गांधी- 'गरीबों का घर तोड़ना ही...'
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 'रैट माइनर' वकील हसन के परिवार को रहने के लिए फिलहाल अस्थायी जगह तथा एक घर देने का भी वादा किया गया है। लेकिन, उन्होंने दोनों ऑफर ठुकरा दिए हैं। इस बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) ने वकील हसन की पत्नी का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया। इस वीडियो के जरिए उन्होंने बीजेपी को घेरा। प्रियंका गांधी ने कहा कि, 'गरीबों का घर तोड़ना, यह अन्याय ही बीजेपी के अन्यायकाल की सच्चाई है।'
प्रियंका गांधी ने पोस्ट में क्या कहा?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने पोस्ट में पीड़ित की पत्नी के वीडियो को साझा किया।...'मेरे हसबैंड तो हीरो थे उत्तरकाशी के…41 लोगों की जान बचाई थी उन्होंने…सब उन्हें सम्मान दे रहे थे। आज उस सम्मान के बदले मेरा मकान ले लिया!' उसके बाद प्रियंका लिखती हैं, 'वकील हसन ने अपनी जान जोखिम में डालकर उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों की जान बचाई थी। तब अपने प्रचार के लिए भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं ने उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं थीं। जब प्रचार खत्म हो गया तो आज उसी वकील हसन को थाने में बंद कर दिया और उनका घर तोड़कर उनके बच्चों के सिर से छत छीन ली। गरीबों का घर तोड़ना, उन्हें कुचलना, प्रताड़ित और अपमानित करना- यह अन्याय ही भाजपा के “अन्यायकाल” की सच्चाई है। जनता इस अन्याय का जवाब जरूर देगी।
DDA का बयान, 'रैट माइनर' के घर की नहीं थी जानकारी
हालांकि, बुलडोजर एक्शन पर एक नई जानकारी सामने आ रही है। बताया गया है कि, डीडीए को यह जानकारी नहीं थी कि, जिन लोगों के घर जमींदोज किए गए, उनमें रैट माइनर वकील हसन का भी घर था। खजूरी खास गांव में बुलडोजर एक्शन पर DDA ने बयान जारी किया है। जिसमें उसने कहा कि, उसे इस बात की जानकारी नहीं थी।
...तो करेंगे अनशन
एक समाचार एजेंसी के हवाले से बताया जा रहा है कि, वकील हसन ने बताया कि डीडीए के अधिकारियों ने उन्हें कहा है कि जल्द ही दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में एक मकान दिया जाएगा। मगर, उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। क्योंकि, यह केवल जुबानी आश्वासन है। वकील हसन का ये भी आरोप है कि, उनके घर पर बुलडोजर तब चलाया गया जब वह घर में नहीं थे। उनका कहना है, अगर उन्हें वापस घर नहीं दिया गया तो वो अनशन करेंगे।