Qatar Ex Indian Navy Officer: कतर, इजरायल और भारतीयों को सज़ा ए मौत : मामला पेचीदा है
Qatar Ex Indian Navy Officer: कतर की जासूसी करने का इल्जाम लगाया गया है। इस प्रकरण से भारत और कतर के बीच राजनयिक विवाद छिड़ने का खतरा है।
Qatar Ex Indian Navy Officer: कतर की एक अदालत ने आठ भारतीयों को सज़ा-ए-मौत सुनाई है। ये आठों लोग पूर्व भारतीय नौसैनिक हैं और कतर की एक कम्पनी में काम करते थे। इन पर इजरायल के लिए कतर की जासूसी करने का इल्जाम लगाया गया है। इस प्रकरण से भारत और कतर के बीच राजनयिक विवाद छिड़ने का खतरा है।
मामला है क्या
- जिन आठ लोगों को सज़ा सुनाई गई है उनमें सात पूर्व अधिकारी और एक पूर्व जेसीओ है जो एक निजी फर्म के लिए काम कर रहे थे।
- ये लोग जिस फर्म में काम कर रहे थे वह कतरी नौसेना के लिए पनडुब्बियों का निर्माण करने वाली एक इतालवी फर्म के उपठेकेदार के रूप में शामिल थी। इन आठों को पिछले साल 30 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।
- इनके नाम हैं : कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और नाविक रागेश।
- कुछ महीनों बाद यह सामने आया कि इन लोगों पर पनडुब्बी की गोपनीय जानकारी को किसी तीसरे देश को देने का आरोप लगाया गया था। बताया जाता है कि तीसरा देश इजराइल है।
- एक ट्रायल कोर्ट, जिसे कतर में प्रथम दृष्टया अदालत कहा जाता है, ने अब उन्हें दोषी पाया है और उन सभी को मौत की सजा सुनाई है।
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- किसी मित्र देश में जासूसी के आरोप में इतने भारतीयों को मौत की सजा सुनाए जाने का यह पहला मामला है। एक मामला कुलभूषण यादव का है जो पाकिस्तान की कैद में है।
हैरानी की बात है कि कतर सरकार ने आरोपों की प्रकृति का आधिकारिक खुलासा नहीं किया है। क़तर द्वारा इस आरोप को सार्वजनिक नहीं किया गया है। फिलवक्त ऐसा माना जाता है कि कि आरोपित अपनी सज़ा के ख़िलाफ़ अपील कर सकेंगे। बताया जाता है कि सितम्बर 2022 में संपर्क टूटने के बाद हिरासत में लिए गए लोगों के परिवारों ने मदद के लिए भारतीय अधिकारियों से संपर्क किया था। लोगों ने कहा कि भारतीय अधिकारियों को बाद में पता चला कि उन लोगों को हिरासत में लिया गया था और एकान्त कारावास में रखा गया था।
फैक्ट फ़ाइल
- कतर भारत को लिक्विड नेचुरल गैस का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है, जो भारत के वैश्विक आयात का लगभग आधा हिस्सा है।
- खाड़ी के इस देश में सात लाख भारतीय कामगार कार्यरत हैं, ये विदेशों से भारत के कुल प्रेषण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा वापस भेजते हैं।
- सऊदी अरब और कतर जैसे देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार करने के अलावा, भारत इज़राइल और संयुक्त अरब अमीरात सहित अमेरिका के नेतृत्व वाले व्यापक समूह में शामिल हो गया है जो ऊर्जा, परिवहन और अंतरिक्ष सहित क्षेत्रों में संयुक्त निवेश की कल्पना करता है।
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- भारत ने हाल के वर्षों में इज़राइल के साथ अपने संबंध विकसित किए हैं। 2017 में मोदी इज़राइल की यात्रा करने वाले पहले भारतीय नेता बने, इस यात्रा के बाद इज़राइली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत की यात्रा की।
- इज़राइल भारत के लिए ड्रोन, बम और सटीक मिसाइलें बेचने वाला एक बढ़ता हुआ हथियार आपूर्तिकर्ता बन गया है।
- इन स्थितियों में यह संकट भारत द्वारा क्षेत्र में बनाए गए रिश्तों के व्यापक ढांचे को प्रभावित करने की क्षमता रखता है।