Rajasthan Exit Poll: एग्जिट पोल ही नहीं, सट्टा बाजार भी राजस्थान में बनवा रहा BJP की सरकार, जानिए दिग्गजों का क्या होने वाला है हाल
Rajasthan Exit Poll 2023: राजस्थान के संबंध में आए अधिकांश एग्जिट पोल में भाजपा की सरकार बनने की बात कही गई है जबकि कई एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त की स्थिति में दिखाया गया है।
Rajasthan Exit Poll 2023: देश के अन्य राज्यों के साथ ही राजस्थान के चुनाव नतीजे भी रविवार को घोषित किए जाएंगे मगर नतीजे की घोषणा से पहले भाजपा और कांग्रेस की जीत-हार को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं सुनी जा रही हैं। राजस्थान के संबंध में आए अधिकांश एग्जिट पोल में भाजपा की सरकार बनने की बात कही गई है जबकि कई एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त की स्थिति में दिखाया गया है।
वैसे फलोदी के सट्टा बाजार के मुताबिक इस बार राजस्थान में भाजपा की सरकार बनना तय है। सट्टा बाजार के मुताबिक भाजपा को 115 से 118 सीटें मिलने की संभावना है। दूसरी ओर कांग्रेस को 68 से 70 सीटें मिल सकती हैं। सट्टा बाजार में राजस्थान के सियासी रण में उतरे कई दिग्गजों के चुनावी नतीजे को लेकर भी भविष्यवाणी कर दी हैं। सट्टा बाजार के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर की जीत तय है।
115 से अधिक सीटें जीत सकती है भाजपा
फलोदी सट्टा बाजार में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले तक कांग्रेस को मजबूत स्थिति में माना जा रहा था। कांग्रेस की सरकार बनना तय माना जा रहा था मगर 25 नवंबर को हुए मतदान के बाद अब समीकरण बदले हुए नजर आ रहे हैं। सट्टा बाजार का मानना है कि इस बार के चुनाव नतीजे में राजस्थान में भाजपा की सरकार बनना तय है। सट्टा बाजार में भाजपा की जीत पर 30 पैसे और कांग्रेस की जीत पर 4 से 5 रुपए का भाव दिया जा रहा है। सट्टा बाजार के मुताबिक भाजपा के 115 से अधिक सीटें जीतने का अनुमान लगाया गया है जबकि कांग्रेस अधिकतम 70 सीटें जीत सकती है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि राजस्थान में पिछले तीन दशकों से हर 5 साल पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सत्ता बदलती रही है। यदि तमाम एग्जिट पोल और फलोदी सट्टा बाजार का आकलन सही निकला तो इस बार भी राजस्थान में रिवाज कायम रहेगा और भाजपा कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने में कामयाब होगी।
कैसा होगा दिग्गजों का सियासी भविष्य
सट्टा बाजार की ओर से लगाए गए अनुमान के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और महंत प्रताप पुरी जैसे दिग्गजों की जीत तय मानी जा रही है। जयपुर राजघराने की राजकुमारी और भाजपा सांसद दीया कुमारी की भी जीत तय मानी जा रही है। सट्टा बाजार का मानना है कि बागी प्रत्याशियों के चुनावी अखाड़े में उतरने के कारण कई दिग्गज नेताओं की सीट फंसी हुई नजर आ रही है। इन नेताओं में सांसद बालकनाथ, नरपत सिंह राजवी,हरीश चौधरी और बीडी कल्ला शामिल है।
बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी की बागी प्रियंका चौधरी की स्थिति मजबूत मानी जा रही है जबकि शिव सीट पर भाजपा के एक और बागी रविंद्र सिंह भाटी मजबूत बताए जा रहे हैं। जैसलमेर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के रुपाराम और भाजपा के छोटू सिंह के बीच कांटे का मुकाबला माना जा रहा है। पोखरण सीट पर महंत प्रताप पुरी के कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद पर बीस पड़ने की संभावना जताई जा रही है।
वसुंधरा राजे को मिल सकती है कमान
राजस्थान के भावी मुख्यमंत्री को लेकर भी पूर्वानुमान लगाया जा रहा है। माना जा रहा है कि भाजपा को पूर्ण बहुमत न मिलने की स्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को फिर राज्य की कमान सौंपी जा सकती है। अर्जुन राम मेघवाल को दूसरी पसंद माना जा रहा है। वैसे चुनाव नतीजे की घोषणा से पूर्व ही वसुंधरा राजे ने सक्रियता बढ़ा दी है। उन्होंने शुक्रवार को संघ नेताओं से मुलाकात करने के अलावा राज्यपाल से भी चर्चा की है।
इस बार के विधानसभा चुनाव में वसुंधरा के कई समर्थकों का टिकट कट गया मगर अपने तमाम अन्य समर्थकों को वे टिकट दिलाने में कामयाब भी रही हैं ऐसे में माना जा रहा है कि वसुंधरा समर्थक उन्हें सीएम बनाने के लिए दबाव बढ़ाएंगे।