Rajnath Singh Poonch Visit: पुंछ आतंकी हमले के बाद ग्राउंड जीरो पर पहुंचे राजनाथ सिंह, सैन्य अफसरों संग हालात की समीक्षा की

Rajnath Singh Poonch Visit: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज पुंछ और राजौरी जिले के दौरे पर पहुंचे और ग्राउंड जीरो पर जाकर स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उनके साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-12-27 15:00 IST

Rajnath Singh Poonch visit  (photo: social media )

Rajnath Singh Poonch Visit. बीते गुरूवार 21 दिसंबर को कुछ आतंकियों ने घात लगाकर सेना के एक काफिल पर हमला कर दिया था, जिसमें चार जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे। घटना के अगले दिन तीन ग्रामीणों की लाश संदिग्ध हालत में बरामद हुई थी। ये तीन उन आठ लोगों में शामिल थे, जिन्हें हमले के बाद सेना ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इस घटना के बाद से पुंछ और राजौरी जिले में तनाव पनपा हुआ है।

कश्मीर के राजनेताओं की ओर से भी सेना के खिलाफ बयानबाजी हो रही है। इन सबके बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज पुंछ और राजौरी जिले के दौरे पर पहुंचे और ग्राउंड जीरो पर जाकर स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उनके साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे। सिंह ने भी उच्च सैन्य अधिकारियों संग वर्तमान स्थिति पर समीक्षा बैठक की और आतंकियों को पकड़ने के लिए चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के बारे में अपडेट लिया।

राजौरी में तैनात जवानों को किया संबोधित

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने राजौरी दौरे के क्रम में वहां तैनात जवानों को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा, सबसे पहले मैं हाल ही में हुई घटना में शहीद हुए हमारे चारों जवानों एवं उनके परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। साथ ही मैं अपने घायल सैनिकों की भी शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। यह देश आप सभी के प्रति कृतज्ञता का भाव रखता है।

उन्होंने कहा, हमारे लिए हर सैनिक बेहद महत्वपूर्ण है, हमारा हर एक सैनिक परिवार के सदस्य के समान है। आपके ऊपर कोई नज़र डाले यह हमें कतई बर्दाश्त नहीं है। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस एजेंसी दोनों महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके लिए शासन की तरफ से जिस भी सहयोग की आवश्यकता होगी उसके लिए सरकार का खज़ाना खुला हुआ है।

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि भारतीय सेना जैसी पहले थी, उससे अब कहीं अधिक ताकतवर हो गई है। पहले से कहीं अधिक अब अत्याधुनिक हत्यारों से लैस हो चुकी है। आप (जवान) पर देश की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी के साथ – साथ देशवासियों का दिल जीतने की जिम्मेदारी भी है। ऐसी किसी प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए जिससे भारतवासी आहत महसूस करे।

काफिले पर हुआ था घात लगाकर हमला

21 दिसंबर को सेना की दो गाड़ियों का काफिला पुंछ और राजौरी जिले की सीमा से लगने वाले डेरा की गली से गुजर रहा था। काफिला जैसे ही मोड़ पर पहुंचा वहां पहले से घात लगाए बैठे 3-4 आतंकियों ने अमेरिकी एम-4 असॉल्ट राइफल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में सेना के चार जवान मौके पर ही शहीद हो गए थे, जबकि दो गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इसके बाद सेना ने 22 संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया, जिनमें से तीन के शव शुक्रवार 22 दिसंबर को मिले। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था।

26 दिसंबर को पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने इस मामले को उठाया और सेना पर आम लोगों को टॉर्चर करने का आरोप लगाया। विवाद बढ़ने के बाद सेना ने घटना से जुड़े 4 जवानों का ट्रांसफर कर दिया। इतना ही नहीं सिविलियन के साथ मारपीट करने के आरोपी जवानों के खिलाफ सेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी भी शुरू कर दी है।

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