राज्यसभा में फूट-फूट कर रो पड़े ये सांसद, कहा- मेरे मरने पर...
लोकसभा और राज्यसभा में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर संग्राम जारी है। विपक्ष नेता ने पीएम मोदी के बयान की मांग कर रहे हैं। साथ ही बुधवार को राज्यसभा में कुछ सांसदों के कार्यकाल का अंतिम दिन था।
नई दिल्ली: लोकसभा और राज्यसभा में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर संग्राम जारी है। विपक्ष नेता ने पीएम मोदी के बयान की मांग कर रहे हैं। साथ ही बुधवार को राज्यसभा में कुछ सांसदों के कार्यकाल का अंतिम दिन था।
राज्यसभा में सांसदों ने अपना विदाई भाषण दिया। इस दौरान राज्यसभा के एक सदस्य रो पड़े। एआईएडीएमके सांसद वासुदेवन मैत्रेयन अपने भाषण के दौरान रो पड़े और वह अपने आंसू नहीं रोक सके। उन्होंने सदन से अपील की कि उनके निधन पर सदन में शोक ना जताया जाए।
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सांसद मैत्रेयन विदाई भाषण देते समय अपने कार्यकाल के बारे में बात की। वासुदेवन मैत्रेयन ने कहा कि सदन में 14 साल से अधिक का सफर आज खत्म हो रहा है। इतना कहते ही वह भावुक हो गए और सदन में ही रो पड़े।
इस दौरान उन्होंने कई साथी सांसदों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि आज विदा लेते हुए अपने खास दोस्त अरुण जेटली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताते हैं। उन्होंने कहा कि जब 2009 में श्रीलंका में कई तमिल लोगों की मौत हुई तो राज्यसभा में शोक नहीं जताया गया था, जिससे मुझे काफी तकलीफ पहुंची थी। इसलिए मैं सदन से अपील करता हूं कि मेरे मरने पर भी कभी सदन में कोई शोक प्रस्ताव नहीं लाया जाए।
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इस दौरान वी. मैत्रेयन ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आज़ाद और अपनी पार्टी के नेता का भी आभार जताया, साथ ही विभिन्न दलों के वरिष्ठ सांसदों को शुक्रिया अदा किया। उन्होंने सचिवालय के कर्मचारियों का भी वक्त पर मदद के लिए आभार जताया।
गौरतलब है कि बुधवार को राज्यसभा से कुल 6 सांसदों के कार्यकाल का अंतिम दिन था। डी राजा, वी मैत्रेयन, के आर अर्जुन, आर लक्ष्मण, टी रत्नवेल शामिल हैं।