TRENDING TAGS :
पीएम इमरान खान ने कबूला, पाकिस्तान में सक्रिय थे 40 आतंकी संगठन
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिकी सांसदों के के सामने कबूला है कि उनकी सरजमीं पर 40 आतंकी समूह सक्रिय थे। इमरान खान ने कैप्टन हिल में अमेरिकी सांसदों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'हम आतंक के खिलाफ अमेरिका की लड़ाई लड़ रहे हैं। पाकिस्तान का 9/11 से कोई लेना-देना नहीं था।'
वॉशिंगटन: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिकी सांसदों के के सामने कबूला है कि उनकी सरजमीं पर 40 आतंकी समूह सक्रिय थे। इमरान खान ने कैप्टन हिल में अमेरिकी सांसदों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'हम आतंक के खिलाफ अमेरिका की लड़ाई लड़ रहे हैं। पाकिस्तान का 9/11 से कोई लेना-देना नहीं था।'
यह भी पढ़ें... कर्नाटक: अब भाजपा के ये वरिष्ठ नेता बनेंगे सीएम, स्वामी के नाटक का हुआ अंत
US से छुपाई जमीनी हकीकत
इमरान खान ने कहा कि अल-कायदा अफगानिस्तान में है। पाकिस्तान में कहीं भी तालिबानी आतंकवाद नहीं था, लेकिन हमने अमेरिका के युद्ध में हिस्सा लिया। दुर्भाग्य से जब चीजें गलत दिशा में बढ़ रही थीं तो हमने अमेरिका को कभी जमीनी हकीकत से वाकिफ नहीं कराया। इसके लिए मैं अपनी सरकार को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराता हूं।'
यह भी पढ़ें...मुंबई में हाई अलर्ट जारी: भीषण बारिश से पानी-पानी हुई मायानगरी
पाक में थे 40 आतंकी संगठन
इमरान खान ने खुलासा करते हुए कहा कि पाकिस्तान में पिछली सरकारों ने अमेरिका को सच नहीं बताया खासतौर से पिछले 15 वर्षों में। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में 40 अलग-अलग आतंकवादी समूह सक्रिय थे, लेकिन हम अमेरिका की लड़ाई में शामिल हुए।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा, 'पाकिस्तान में 40 अलग-अलग आतंकवादी समूह सक्रिय थे। पाकिस्तान ऐसे दौर से गुजरा है, जहां हमारे जैसे लोग चिंतित थे कि क्या हम (पाकिस्तान) इससे सुरक्षित निकल पाएंगे। इसलिए जब अमेरिका हमसे और करने और अमेरिका की लड़ाई को जीतने में हमारी मदद की आशा कर रहा था उसी वक्त पाकिस्तान अपना अस्तित्व बचाने के लिए लड़ रहा था।'
यह भी पढ़ें...कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार की हो गई विदाई, एक और राज्य से कांग्रेस का सफाया
उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण था कि वह राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और अन्य शीर्ष अमेरिकी नेताओं से मिलें। उन्होंने कहा, 'हमने उन्हें बताया कि आगे बढ़ने के लिए हमारे रिश्ते आपसी विश्वास पर आधारित होने चाहिए।' खान ने कहा कि उन्होंने अमेरिका को ईमानदारी से बताया कि पाकिस्तान शांति प्रक्रिया में क्या कर सकता है।