Oh No,बिहार में बाढ़ पीड़ितों की मदद को पहुंचे इस पूर्व मंत्री की नाव पलटी, आगे हुआ ये ...

पुनपुन के निकट दरधा नदी में पाटलिपुत्रा के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव डूबते-डूबते बचे। जिस टायर वाली 'जुगाड़ नाव' पर सवार हो रहे थे, वह नाव पलट गई। इसके बाद वे पानी में छपाक से गिर पड़े।

Update:2023-07-03 11:55 IST
बाढ का प्रचंड रूप: ये राज्य तबाही की कगार में, खतरे में जन-जीवन

पटना: पुनपुन के निकट दरधा नदी में पाटलिपुत्रा के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव डूबते-डूबते बचे। जिस टायर वाली 'जुगाड़ नाव' पर सवार हो रहे थे, वह नाव पलट गई। इसके बाद वे पानी में छपाक से गिर पड़े। आनन-फानन में उन्हें लोगों ने निकाला। तब जाकर लोगों की जान में जान आई।

बताया जाता है कि बाढ़ पीडि़तों के बीच दवा वितरण के लिए पाटलिपुत्रा के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव इलाके में गए हुए थे। वे अपने समर्थकों के साथ टायर से बनी 'जुगाड़ नाव' पर चढ़ रहे थे। अधिक आदमी हो जाने के कारण उनका संतुलन बिगड़ गया और वे छपाक से नदी में गिर पड़े।

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ऐसी बची जान

रामकृपाल यादव के गिरते ही वहां पर अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में उनके समर्थकों ने उन्हें निकाला। इसके बाद लोगों की जान में जान आई। बताया जाता है कि समर्थकों के साथ ही वे वहां से लौट गए। बता दें कि मंगलवार को भी वे बाढ़ पीडि़त इलाकों में घूम रहे थे।

बताते चले कि लगातार बारिश के कारण बिहार के लोग परेशान है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के कई जिलों में आई बाढ़ और अधिक बारिश को जलवायु परिवर्तन का कारण माना है। उन्होंने बुधवार को यहां कहा कि राज्य में कभी सूखा और कभी भारी बारिश जलवायु परिवर्तन के कारण है।

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, 'देश की आजादी में चंपारण सत्याग्रह की बड़ी भूमिका है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।'

उन्होंने कहा, 'नई पीढ़ी को गांधीजी के विचारों की जानकारी देनी होगी। अगर कुछ युवा भी गांधीजी के विचारों को समझ गए तो समाज का बड़ा भला होगा। कुछ अपवादों को छोड़कर गांधीजी में हर किसी की आस्था है।'

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बिहार में जुलाई में 12-13 जिलों में बाढ़ आई थी

नीतीश ने कहा, 'जलवायु परिवर्तन के कारण बिहार में सूखा के लिए राहत कार्य चलाए जा रहे थे कि अचानक भारी बारिश से वर्तमान हालात बन गए। इस साल जुलाई में 12-13 जिलों में बाढ़ आई थी। बाद में गंगा नदी में जलस्तर बढ़ गया। ऐसे में अब अचानक हुई भारी बारिश की वजह से पटना के कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए।'

उन्होंने कहा, 'तालाब, नहर, कुंओं, पोखर से अवैध कब्जा हटाया जा रहा है। जल को लेकर पुरानी प्रथाओं को पुनर्जीवित करेंगे। सार्वजनिक कुंओं को भी ठीक किया जा रहा है।'

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