आरोपी ने दुष्कर्म पीड़िता को घर में घुसकर जिंदा जलाया, हालत गंभीर

इंसाफ मिलने में देरी की वजह से कई फरियादियों को इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ रही है। खुद को बचता न देख आरोपी अक्सर पीड़ित पक्ष पर दबाव डालते हैं या फिर उन पर जानलेवा हमले कर देते हैं।

Update: 2021-03-05 07:00 GMT
फोटो— सोशल मीडिया

जयपुर। इंसाफ मिलने में देरी की वजह से कई फरियादियों को इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ रही है। खुद को बचता न देख आरोपी अक्सर पीड़ित पक्ष पर दबाव डालते हैं या फिर उन पर जानलेवा हमले कर देते हैं। ऐसा ही मामला राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में देखने का मिला है। यहा दुष्कर्म के आरोपी ने जेल से छुटते ही पीड़िता को उसके घर में घुसकर जिंदा जला दिया है। घटना गुरुवार देर रात 1 बजे के करीब की है। पुलिस के अनुसार पीड़िता का शरीर करीब 70 प्रतिशत जल चुका है और हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

ब्यूटी पार्लर चलाती है पीड़िता

पुलिस के मुताबिक पीड़िता पति से अलग होकर अपना ब्यूटी पार्लर चलाती है और वह अपनी नानी के रहती है। बीकानेर रेंज के आईजी प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि आरोपी प्रदीप बिश्नोई से पूछताछ की जा रही है। पुलिस को घटलास्थल से खाली बोतल सहित कुछ अन्य सामान बरामद हुए है, जिसका इस्तेमाल पीड़िता को आग लगाने में किया गया था। वहीं घटनास्थल की सच्चाई जानने के लिए पुलिस सीसीटीवी कैमरे की फुटेल खंगाल रही है। पुलिस की मानें तो वारदात वाली जगह के पास एक सीसीटीवी कैमरा लगा है, जिसकी फुटेज में एक युवक बाइक से आता हुआ नजर आ रहा है।

इसे भी पढ़ें: बॉलीवुड ड्रग्स केस: एनसीबी ने 30 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की

दो साल पहले दर्ज कराया था दुष्कर्म का मुकदमा

बात दें कि पीड़िता ने दो साल पहले आरोपी प्रदीप बिश्नोई के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। हाल ही में वह जमानत पर बाहर आया है। वहीं पुलिस इस मामले में हर ऐंगल से जांच करने में लगी हुई है। जांच के दौरान पीड़िता की नानी ने पुलिस को बताया कि आरोपी प्रदीप बिश्नोई दीवार फांद कर उसके घर में घुस गया। मेन गेट जहां पीड़िता का भाई सो रहा था, उसे रस्सी से बांध कर पीड़िता के कमरे दाखिल हो गया। उसने पीड़िता को आग लगा दिया और लोग जब तक जागते वह भाग निकला।

ज्ञात हो कि अभी हाल में उत्तर प्रदेश के हाथरस में भी इसी तरह का मामला सामने आया था। यहां भी आरोपी ने जेल छेड़छाड़ का मामला वापस न लेने पर पीड़िता के पिता को गोलियों से भून डाला था। इस मामले में भी आरोपी जेल से छूटने के बाद पीड़िता के पिता पर केस वापस लेने का दबाव बना रहा था। लेकिन ऐसा न करने पर आरोपी ने पीड़िता के सामने उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।

इसे भी पढ़ें: अशोक गहलोत का पत्रकारों को तोहफा, पेंशन और मेडिक्लेम की राशि में इजाफा

Tags:    

Similar News