जियो और माइक्रोसॉफ्ट ने मिलाया हाथ, करने जा रही हैं ये बड़ा काम

रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (जियो), रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन ने भारतीय इकोनॉमी और समाज को डिजिटल आधार पर तेजी से बदलने के लिए एक नया करार किया है।

Update: 2019-08-13 16:44 GMT

मुंबई: रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (जियो), रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन ने भारतीय इकोनॉमी और समाज को डिजिटल आधार पर तेजी से बदलने के लिए एक नया करार किया है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने यह जानकारी दी। आरआईएल के 42वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) को संबोधित करते हुए अंबानी ने कहा कि जियो देशभर में एज कंप्यूटिंग और सामग्री (कंटेंट) वितरण नेटवर्क की स्थापना कर रहा।

जियो-माइक्रोसॉफ्ट करार के बारे में उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के एज्यूर क्लाउड प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए जियो देशभर में बड़े विश्वस्तरीय डेटा केंद्रों का नेटवर्क स्थापित करेगी।

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यह नई सहभागिता करार एक अनूठे, व्यापक, दीर्घकालिक रणनीतिक संबंध पर आधारित है। यह 10 साल की प्रतिबद्धता दोनों कंपनियों की विश्वस्तरीय क्षमताओं को जोड़ती है, जिसमें कनेक्टिविटी, कंप्यूटिंग, स्टोरेज समाधान और अन्य प्रौद्योगिकी सेवाओं और भारतीय व्यवसायों के लिए आवश्यक उपयोगों के विस्तृत सेट की पेशकश करती है और इसके मौजूदा और नए व्यवसाय सहित व्यापक रिलायंस इंडस्ट्रीज ईकोसिस्टम का विस्तार करेगी।

अपने प्रयासों को संयुक्त करते हुए जियो और माइक्रोसॉफ्ट का लक्ष्य डेटा एनालिटिक्स, एआई, कॉगनिटिव सर्विसेज, ब्लॉकचेन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी अग्रणी तकनीकों को अपनाना और छोटे और मध्यम उद्यमों के बीच एज कंप्यूटिंग को गति देने और विकसित करने के लिए उन्हें तैयार करना है।

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इसके साथ ही इस प्रयास का लक्ष्य भारत में प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाली जीडीपी वृद्धि और पैमाने पर नेक्सड-जेन टेक्नोलॉजी समाधान को अपनाना की प्रक्रिया को तेज करना है।

-जियो अपने आंतरिक कार्यबल को क्लाउड आधारित उत्पादकता और सहभागिता टूल्स माइक्रोसॉफ्ट 365 के साथ उपलब्ध कराएगा और अपने नॉन-नेटवर्क एप्लीकेशंस को माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर क्लाउड प्लेटफॉर्म पर ट्रांसफर करेगा।

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-जियो की कनेक्टिविटी बुनियादी ढांचा, जो हर किसी को, हर जगह, हर जगह से जोड़ने का लक्ष्य है, जियो क्लाउड फर्स्ट रणनीति के एक हिस्से के तौर पर स्टार्टअप्स के बढ़ते ईकोसिस्टम के भीतर माइक्रोसॉफ्ट एज्यूमर क्लाउड-प्लेटफॉर्म को अपनाने को बढ़ावा देगा।

-जियो अगली पीढ़ी की गणना, स्टोरेज और नेटवर्किंग क्षमताओं से युक्त भारत भर के स्थानों में डेटा सेंटर स्थापित करेगा और जियो की ऑफरिंग का समर्थन करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट जियो ऑफरिंग्स का समर्थन करने के लिए अपने एज्यूर प्लेटफॉर्म को लागू करेगा।

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शुरुआत में दो डेटासेंटर स्थापित किए जाएंगे जिनमें 7.5 मेगावाट बिजली की खपत करने वाले आईटी उपकरणों को स्थापित किया जाएगा। इन पहले दो डेटा सेंटर्स को गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों में स्थापित किए जा रहा है। इन्हें कैलेंडर वर्ष 2020में पूरी तरह से चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।

-जियो माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर क्लाउड प्लेटफॉर्म का लाभ उठाएगा ताकि भारतीय व्यवसायों की आवश्यकताओं पर केंद्रित अभिनव क्लाउड समाधान विकसित किया जा सके।

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