राम मंदिर पर RSS ने दिया बड़ा बयान, दत्तात्रेय होसबोले ने कही ये बात
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिए 5 अगस्त को भूमिपूजन होगा। भूमि पूजन के लिए पीएम मोदी के जाने पर उठ रहे सवालों को आरएसएस ने नकली धर्मनिरपेक्षता बताया है। भूमि पूजन पर देश के तमाम साधु-संतों के अलावा उप्र सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस दौरान मौजूद रहेंगे।
नई दिल्ली : अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिए 5 अगस्त को भूमिपूजन होगा। भूमि पूजन के लिए पीएम मोदी के जाने पर उठ रहे सवालों को आरएसएस ने नकली धर्मनिरपेक्षता बताया है। भूमि पूजन पर देश के तमाम साधु-संतों के अलावा उप्र सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस दौरान मौजूद रहेंगे।
आरएसएस ने राम मंदिर को केवल धार्मिक नहीं देश की संस्कृति से जुड़ा मामला बताया हैं संयुक्त महासचिव आरएसएस ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को देश की संस्कृति से जोड़ा है। इधर 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन होना है और कोरोना महामारी के चलते कई राजनीतिक दल सरकार के इस फैसले पर सवाल उठा रही हैं।
यह पढ़ें...हॉन्गकॉन्ग ने कोरोना महामारी की वजह से एक साल के लिए चुनाव टाला
सांस्कृतिक जिम्मेदारियों में से एक
आरएसएस के संयुक्त महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने कहा, कि जो मंदिर निर्माण का विरोध करते हैं, वो इसके लिए अक्सर धर्मनिरपेक्षता के बहाने का सहारा लेते हैं लेकिन इसके बारे में कुछ नहीं जानते हैं।
होसबोले ने कहा कि सरकार का राम मंदिर के साथ जो संबंध है वह केवल कानूनी या प्रशासनिक संबंध नहीं है। जनता की प्रतिनिधि होने के नाते सरकार की कुछ सांस्कृतिक जिम्मेदारियां हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार राम मंदिर का निर्माण सरकार की उन्हीं सांस्कृतिक जिम्मेदारियों में से एक है।
यह पढ़ें...अयोध्या में बंटे काम: भूमि पूजन की तैयारी तेज, विभाग निभाएंगे ये जिम्मेदारी
होसबोले ने कहा, 'राम मंदिर से सरकार का सिर्फ कानूनी या प्रशासनिक कनेक्शन नहीं है। लेकिन लोगों का प्रतिनिधि होने के नाते सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक राम मंदिर का निर्माण कराना सरकार की सांस्कृतिक जिम्मेदारी भी है।'
दोस्तों देश-दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।