शिवराज मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार जल्द, इस बार अधिक लोगों को मिलेगा तोहफा
मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के बाद शिवराज सिंह चौहान को अपने पहले मंत्रिमंडल विस्तार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। उन्होंने 29 दिनों तक अकेले ही मध्य प्रदेश की कमान संभाले रखी।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में कोरोना संकट के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल के विस्तार की योजना पर भी काम कर रहे हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री 4 मई के बाद अपने मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार कर सकते हैं। इस बार के मंत्रिमंडल विस्तार में पिछली बार की अपेक्षा ज्यादा मंत्रियों को शिवराज कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इस बार 22 से 25 लोगों को मंत्री पद का तोहफा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
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29 दिनों तक अकेले संभाली कमान
मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के बाद शिवराज सिंह चौहान को अपने पहले मंत्रिमंडल विस्तार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। उन्होंने 29 दिनों तक अकेले ही मध्य प्रदेश की कमान संभाले रखी।
उन्होंने कोरोना संकट के बीच 23 मार्च को मध्य प्रदेश की कमान संभाली थी और 21 अप्रैल को अपने पहले मंत्रिमंडल विस्तार से पहले वे अकेले ही सरकार चला रहे थे। उन्होंने सबसे लंबे समय तक अकेले सरकार चलाने का रिकॉर्ड भी बना दिया है।
पहले विस्तार में इन्हें मिला मंत्री पद
21 अप्रैल को उन्होंने अपने मंत्रिमंडल का पहला विस्तार किया। राजभवन में सादगी से आयोजित एक छोटे समारोह में डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, मीना सिंह और कमल पटेल को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। कोरोना संकट की वजह से घोषित लॉकडाउन के कारण इस समारोह में चंद लोग ही मौजूद थे।
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चार मई के बाद हो सकता है विस्तार
अब फिर शिवराज मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार को लेकर कयासबाजी जोरों पर है। सियासी जानकारों का कहना है कि 4 मई के बाद कभी भी शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल विस्तार की योजना पर अमल कर सकते हैं।
नए मंत्रियों को लेकर वे लगातार मंथन के काम में जुटे हुए हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि इस भारत के मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के कई कद्दावर नेताओं और पूर्व मंत्रियों को संभवत: मंत्री पद का तोहफा नहीं मिल पाएगा।
मंत्रियों पर काम का अधिक दबाव
शिवराज कैबिनेट में मंत्रियों की सीमित संख्या होने के कारण इस समय मंत्रियों के ऊपर काम का काफी दबाव है। नए मंत्रियों को कई विभागों का काम देखना पड़ रहा है। कोरोना संकट के कारण वैसे भी राज्य में विभिन्न विभागों को देखने के लिए योग्य और कर्मठ मंत्रियों की जरूरत महसूस की जा रही है।
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इस कारण शिवराज जल्द से जल्द अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करना चाहते हैं। देश में दूसरे चरण के लॉकडाउन की अवधि 3 मई को समाप्त हो रही है और माना जा रहा है कि उसके बाद शिवराज सिंह चौहान इस दिशा में कदम उठाएंगे।
सिंधिया के दो ही समर्थक बने मंत्री
कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने वाले वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के अभी तक दो ही समर्थकों को मंत्रिमंडल में स्थान मिल सका है। शिवराज कैबिनेट में शामिल तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को सिंधिया का भरोसेमंद सिपाही माना जाता है। अभी कई और समर्थक मंत्री पद के इंतजार में हैं।
और समर्थकों को एडजस्ट करने का दबाव
सिंधिया भी अपने और समर्थकों को मंत्री बनवाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उनके समर्थक कांग्रेस के 22 विधायकों की बगावत के बाद ही कमलनाथ की सरकार गिरी थी और अब सिंधिया चाहते हैं कि उनके और समर्थकों को कांग्रेस से इस्तीफा देने का तोहफा मिले।
माना जा रहा है कि शिवराज मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार में भाजपा नेताओं के साथ ही सिंधिया समर्थकों को भी एडजस्ट करने की कोशिश की जाएगी।
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रिपोर्ट- अंशुमान तिवारी