Seema Haider News: ये कैसा इंसाफ, भारत आई पाकिस्तानी सीमा हैदर और यहां सजा भुगत रहा हर हिंदू परिवार
Seema Haider News: सीमा हैदर को लेकर पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यक हिंदुओं पर आफत आ गई है। सीमा के कबीले के डाकु और कट्टर मुस्लिम नेता साफ शब्दों में यहां रहे हिंदुओं को धमकी दे रहे हैं। सीमा रिंद (सीमा हैदर) सिंध से आती हैं और पाकिस्तान के इस राज्य में सबसे अधिक हिंदू आबादी रहती है। इसलिए यहां रहने वाले हिंदू ही मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं। उनके मंदिरों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
Seema Haider News: सीमा हैदर को लेकर पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यक हिंदुओं पर आफत आ गई है। सीमा के कबीले के डाकु और कट्टर मुस्लिम नेता साफ शब्दों में यहां रहे हिंदुओं को धमकी दे रहे हैं। सीमा रिंद (सीमा हैदर) सिंध से आती हैं और पाकिस्तान के इस राज्य में सबसे अधिक हिंदू आबादी रहती है। इसलिए यहां रहने वाले हिंदू ही मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं। उनके मंदिरों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
सीमा हैदर की कहानी भारतीय उपमहाद्वीप में एक बड़ी चर्चित लव स्टोरी बन गई है। जब से सीमा अपने चार बच्चों के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ी हैं, भारतीय मीडिया लगातार उसे अपनी सुर्खियों में रखे हुए है। सीमा को लेकर तरह-तरह की कहानियां चल रही हैं। एक दुश्मन देश की नागरिक होने के चलते उसके जासूस होने का भी शक है, जिसकी छानबीन में भारतीय सुरक्षा एजेंसियां लगी हुई हैं।
पाक हिंदुओं को दी गई धमकी
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भारत के लोग जहां सीमा हैदर और सचिन मीणा की लव स्टोरी को बड़ी ही रूचि के साथ देख-पढ रहे हैं। लेकिन सीमा पार रहने वाले हिंदुओं के लिए यह एक नई आफत बनकर आई है। पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं की क्या दुर्दशा है, ये किसी से छिपी नहीं है। ऊपर से इस घटना ने कट्टरपंथी मुस्लिम जमातों को हिंदुओं को निशाना बनाने का मौका दे दिया है। 11 जुलाई को कथित तौर पर जखरानी जनजाति (सीमा जिस जनजाति से आती हैं) के डकैतों का 45 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
हिंदुओं का अपहरण और मंदिरों पर हमले
सिंध के जंगलो में रहने वाले डकैतों और मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हिंदुओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। उनमें दहशत कायम करने के लिए रॉकेट लॉन्चर से मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है। मंदिरों और आसपास के घरों पर फायरिंग की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंध के दो जिलों से करीब 30 हिंदुओं को अगवा कर लिया गया है। डकैतों ने साफ कर दिया है कि जब तक सीमा रिंद को वापस नहीं भेजा जाएगा, हमले जारी रहेंगे। इन हमलों के डर से हिंदुओं ने मंदिर जाना छोड़ दिया है।
पाकिस्तान सरकार फिर हुई बेनकाब
कट्टरपंथियों को प्रश्रय देने के लिए कुख्यात पाकिस्तानी सरकार मुल्क में रह रहे अल्पसंख्यकों को कभी सुरक्षा मुहैया नहीं करा पाई है। यही वजह है कि आजादी के बाद से ही हिंदू, सिख समेत अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोग वहां से पलायन करते रहे और ये आज भी जारी है। सीमा रिंद प्रकरण के बाद से सिंध में संपन्न हिंदू भी खतरा महसूस करने लगे हैं। उन्हें अपने दफ्तर और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर जाने से डर लगने लगा है। उन्होंने पाक सरकार से उनके पूजास्थलों को सुरक्षा मुहैया कराने की अपील भी की। सिंध के विधानसभा में हिंदू मेंबरों ने भी इस मुद्दे को उठाया।
पाकिस्तानी हिंदुओं को सुरक्षा देने के लिए सरकार की ओर से जो कदम उठाया गया है, उससे पाकिस्तनी हुकूमत की नियत एकबार फिर बेनकाब हो गई है। सरकार ने हिंदू मंदिरों की सुरक्षा में 400 पुलिसकर्मी तैनात करने के आदेश दिए हैं। जबकि कराची समेत पूरे सिंध प्रांत में 600 से अधिक मंदिरें हैं। इसमें भी केवल हिंदू पुलिसकर्मियों को ही तैनात कर दिया है। इस तरह से वहां की सरकार ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि हिंदू अपनी समस्या खुद सुलझाएं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार से अपेक्षित मदद नहीं मिलने के बाद हिंदू समुदाय ने अपनी और मंदिरों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र बचाव दल बनाने का फैसला किया है।