Seema Haider की एंट्री और बिगड़ गया शाइस्ता-जैनब का सारा खेल, अतीक गैंग और नेपाली माफिया के बीच होने वाली थी सीक्रेट डील

Seema Haider: शाइस्ता और जैनब माफिया अतीक की बेनामी संपत्तियों को बेचना चाहती थीं, लेकिन सीमा हैदर की भारत में अवैध एंट्री से दोनों का यह प्लान चैपट हो गया। दरअसल, संपत्तियों की डील नेपाली माफिया के साथ हुई थी, जो सीमा हैदर मामले के बाद नेपाल से यूपी नहीं आ सका और इसी बीच पुलिस ने वकील विजय मिश्रा को भी गिरफ्तार कर लिया।

Update:2023-08-04 13:33 IST
Shaista parveen Seema Haider (photo: social media )

Seema Haider News: माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब कहां है पुलिस अभी तक उनका पता नहीं लगा सकी है। वहीं इन दोनों के पास अब पैसों की कमी सामने आ रही है। अब दोनों अतीक और अशरफ की बेनामी संपत्तियों को बेचने की जुगाड़ में लगी हैं, ताकि वह जेल में बंद अली और उमर को किसी तरह बाहर निकाल सकें और फिर से अपना साम्राज्य खड़ा कर सकें। वहीं पुलिस को पता चला है कि बेनामी संपत्ति की डील से 12 करोड़ रुपये का भुगतान होना था। जैनब और शाइस्ता किसी भी तरह देश से फरार होना चाहती हैं। इस रकम का इस्तेमाल दोनों के फरार होने में होना था।

शाइस्ता और जैनब वकील विजय मिश्रा को शामिल कर इन बेनामी संपत्तियों को बेचने की फिराक में हैं। यही नहीं वह अपनी मकसद में कामयाब भी हो जातीं और काफी हद तक बेनामी संपत्तियां बिक भी जातीं, लेकिन दोनों का यह मंसूबा पुरा नहीं हो सका क्योंकि इस बीच सीमा हैदर पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत आ गई और माफिया की पत्नी शाइस्ता परवीन का सारा प्लान धरा का धरा रह गया। इसका खुलासा हुआ वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में।

कोई भी बिल्डर संपत्ति खरीदने को तैयार नहीं था-

सूत्रों की मानें तो विजय मिश्रा ने पुलिस को बताया कि अतीक की प्रयागराज और लखनऊ स्थित बेनामी संपत्तियों को बेचने के लिए वह खरीदार ढूंढ़ रहा था, लेकिन उत्तर प्रदेश का कोई भी बिल्डर अतीक की संपत्ति खरीदने को तैयार नहीं था। ऐसे में नेपाल में रहने वाला यूपी का एक माफिया इन संपत्तियों को खरीदने के लिए तैयार हुआ था।

वकील विजय मिश्रा ने बेनामी संपत्ति की तस्वीर और वीडियो के साथ जरूरी कागजात वॉट्सएप के जरिए उस माफिया को भेजे थे। इसके बाद जमीन की डील भी पक्की हो गई थी। खरीदार एक बार आमने सामने बैठकर विजय मिश्रा और शाइस्ता या जैनब से बात करना चाहता था। मीटिंग के लिए जगह लखनऊ को चुना गया था और मीटिंग बुलाई गई थी। जिसमें जैनब, वकील विजय मिश्रा और नेपाल का खरीदार माफिया शामिल होने वाले थे।

26 जुलाई को होनी थी मीटिंग-

सूत्रों के मुताबिक, यह मीटिंग 26 जुलाई को तय हुई थी। विजय मिश्रा लखनऊ पहुंच चुका था, लेकिन उसे बताया गया कि खरीदार नेपाल से उस दिन नहीं, बल्कि दूसरे दिन आएगा। अगले तीन दिनों तक मीटिंग का समय टलता गया। पूछताछ में पता चला कि जब विजय मिश्रा ने नेपाल के माफिया से मीटिंग टालने का कारण पूछा तो जवाब मिला कि पाकिस्तान की सीमा गुलाम हैदर नेपाल के रास्ते भारत में चोरी छिपे घुसी है, इसके बाद से नेपाल की सीमा पर सख्ती बढ़ गई है।

पांच दिन तक लखनऊ में डेरा डाले रहा-

नेपाली माफिया ने वकील विजय मिश्रा से कहा कि लोकल पुलिस और एसएसबी हर आने जाने वाले की जांच कर रही है। ऐसे में अभी नेपाल से यूपी आने में काफी मुश्किल है। इसके बाद विजय मिश्रा लखनऊ में पांच दिन तक डेरा डाले रहा। प्रयागराज पुलिस ने बीते रविवार को उसे अरेस्ट कर लिया।

विजय मिश्रा से पूछताछ में सामने आया है कि अतीक ने 2015 में गौसपुर कटहुला में जमीन खरीदी थी। उसने राजमिस्त्री के नाम 25 हजार वर्गफुट खरीदी थी। अतीक का पैसा लखनऊ में कुछ बिल्डर की संपत्तियों में भी लगा था। ये संपत्तियां भी अलग-अलग लोगों के नाम थीं। एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस इसकी जांच में जुटी है।

लखनऊ के आस-पास ही छिपी है अशरफ की पत्नी जैनब?

सूत्रों के मुताबिक, पुलिस की पूछताछ में वकील विजय मिश्रा ने बताया है कि वह अतीक की बेनामी संपत्ति का सौदा करने लखनऊ पहुंचा था। इसके लिए उसने अशरफ की पत्नी जैनब और उसके भाई सद्दाम को भी लखनऊ बुलाया था। जांच में यह भी सामने आया है कि अतीक का वकील विजय मिश्रा लखनऊ जेल में उमर से भी मिला था। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक उमर को अतीक की बेनामी संपत्ति की जानकारी है। पुलिस उमर से लखनऊ जेल जाकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही जैनब की भी तलाश शुरू कर दी गई है, जो माना जा रहा है लखनऊ के आसपास ही छुपी हुई है।

आखिर क्या योजना है जैनब और शाइस्ता की?-

माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता और अशरफ की पत्नी जैनब पुलिस के हत्थे तो नहीं चढ़ीं मगर अब पुलिस और यूपी एसटीएफ को शाइस्ता और जैनब को लेकर अहम बात पता चली है। पुलिस को पता चला है कि बेनामी संपत्ति की डील से 12 करोड़ रुपये का भुगतान होना था। जैनब और शाइस्ता किसी भी तरह देश से फरार होना चाहती हैं। इस रकम का इस्तेमाल जैनब और शाइस्ता के फरार होने में होना था।

अतीक के वकील विजय मिश्रा से पुलिस और एसटीएफ को कई अहम सुराग लगने की बातें कही जा रही है। अतीक के कई ऐसे कारनामें हैं जिसके बारे में विजय मिश्रा को जानकारी है। पुलिस विजय मिश्रा से कई और राज उगलवाने में जुटी है।

Tags:    

Similar News