शाहीन बाग का रास्ता अभी नहीं होगा साफ, SC ने दी सुनवाई की नई तारीख
दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन को हटाने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा।
नई दिल्ली: दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन को हटाने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज यानि शुक्रवार को सुनवाई होनी थी लेकिन कोर्ट ने सुनवाई को टालकर सोमवार 10 फरवरी का दिन तय कर दिया है। बता दें कि पिछले करीब 2 महीने से चल रहे धरना-प्रदर्शन के चलते कालिंदी कुंज-शाहिन बाग का रास्ता बंद है।
स्थानीय लोगों को हो रही दिक्कतें
जिस वजह से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सुप्रीम कोर्ट में जो याचिका दाखिल की गई है, उसमें दिल्ली को नोएडा से जोड़ने वाली सड़क से होने वाली दिक्कत की बात कही गई है और रास्ते को खोले जाने की अपील की गई है।
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संवेदनशील है शाहीन बाग का इलाका
वहीं 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको देखते हुए भी शाहीन बाग का इलाका काफी संवेदनशील माना जा रहा है। चूंकि इस इलाके में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है, जिस वजह से दिल्ली निर्वाचन आयोग ने इलाके में आने वाले सभी 5 मतदान केंद्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा है।
संवेदनशील श्रेणी में रखे गए हैं ये बूथ
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि, शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए हमने इलाके में आने वाले सभी 5 मतदान केंद्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इन 5 मतदान केंद्रों पर करीब 40 बूथ होंगे। इन सभी बूथ को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस बल और चुनाव कर्मी अतिरिक्त सावधानी बरतेंगे और हर वक्त स्थिति की निगरानी करते रहेंगे।
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15 दिसंबर से जारी है विरोध प्रदर्शन
रणबीर सिंह ने कहा कि मतदाताओं में विश्वास बढ़ाने के लिए सुरक्षा बल इलाके में मार्च और गश्त करेंगे। बता दें कि ओखला के शाहीन बाग इलाके में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ 15 दिसंबर से सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और बच्चे धरने पर बैठे हुए हैं।
शाहीन बाग बना चुनावी मुद्दा
बता दें कि सीएए विरोधी प्रदर्शनों का केंद्र बना हुआ शाहीन बाग ओखला निर्वाचन क्षेत्र में आता है। साथ ही शाहीन बाग अब एक राजनीतिक दलों के लिए चुनावी मुद्दा भी बना हुआ है। दिल्ली में वोट डालने के लिए 1,47,86,382 योग्य मतदाता हैं और इसमें 2,32,815 लोग 18 से 19 साल के युवा हैं।
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