Shinzo Abe: पीएम मोदी के साथ शिंजो आबे ने किया था काशी का दौरा, गंगा आरती में हिस्सा लेकर हो गए थे अभिभूत

When Sinzo Abe Visited India: शिंजो आबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके संसदीय क्षेत्र काशी का दौरा भी किया था। इस दौरान आबे ने गंगा आरती में भी हिस्सा लिया था और कार्यक्रम के दौरान वे पूरी तरह अभिभूत हो गए थे।

Report :  Anshuman Tiwari
Update: 2022-07-08 06:34 GMT

When Shinzo Abe visited India (Image: Social Media)

Shinzo Abe: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को आज एक कार्यक्रम के दौरान गोली मार दी गई। हमलावर ने आबे पर उस समय हमला किया जिस समय वे एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इस घटना को लेकर जापान ही नहीं बल्कि भारत के लोग भी काफी दुखी हैं। इसका कारण यह है कि शिंजो आबे का भारत से गहरा लगाव रहा है। उनकी गिनती भारत के खास दोस्तों में होती रही है। वे भारत की सबसे ज्यादा बार यात्रा करने वाले जापान के प्रधानमंत्री हैं। भारत के प्रति शिंजो आबे के प्यार का ही नतीजा था कि 2021 में उन्हें देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शिंजो आबे से दोस्ती भी खासी चर्चाओं में रही है। शिंजो आबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके संसदीय क्षेत्र काशी का दौरा भी किया था। इस दौरान आबे ने गंगा आरती में भी हिस्सा लिया था और कार्यक्रम के दौरान वे पूरी तरह अभिभूत हो गए थे।


भारत का सबसे ज्यादा बार दौरा 

शिंजो आबे 2006 में पहली बार जापान के प्रधानमंत्री बने थे मगर बीमारी की वजह से 2007 में उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में वे 2012 से 2020 तक एक बार फिर जापान के प्रधानमंत्री रहे। प्रधानमंत्री के रूप में शिंजो आबे का भारत के प्रति लगाव किसी से छिपा हुआ नहीं है। वे भारत का सबसे ज्यादा बार दौरा करने वाले जापान के प्रधानमंत्री रहे हैं। उन्होंने भारत का पहला दौरा 2006-07 के दौरान किया था। 

अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने तीन बार भारत का दौरा किया। शिंजो आबे जनवरी 2014, दिसंबर 2015 और सितंबर 2017 में भी भारत के दौरे पर पहुंचे। उनके आखिरी दो दौरे उस समय हुए जब देश की कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शिंजो आबे का आत्मीय रिश्ता समय-समय पर झलकता रहा है।

पूरी आस्था के साथ गंगा आरती में लिया हिस्सा 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष अनुरोध पर ही शिंजो आबे ने वाराणसी का दौरा भी किया था। वाराणसी 2014 से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र रहा है और पीएम मोदी आबे को अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा कराने ले गए थे। काशी दौरे के समय शिंजो आबे ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ गंगा आरती भी की थी। गंगा आरती के दौरान शिंजो आबे का भारतीय सभ्यता और संस्कृति के प्रति प्रेम और समर्पण उजागर हुआ था। उन्होंने पूरी आस्था के साथ पीएम मोदी के साथ गंगा आरती के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। काशी के लोगों को भी शिंजो आबे का वह दौरा आज तक याद है।

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में बना रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर भी जापान की मदद से ही बनाया गया है। इस सेंटर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करने के लिए पीएम मोदी गुरुवार को वाराणसी पहुंचे थे। इस कन्वेंशन सेंटर के उद्घाटन के मौके पर भी पीएम मोदी ने जापान और शिंजो आबे के भारत के प्रति प्रेम को याद किया था।


बुलेट ट्रेन परियोजना में की मदद 

पीएम मोदी से शिंजो आबे की खास दोस्ती पूरी दुनिया में चर्चा का विषय रही है। शिंजो आबे की मदद से ही भारत में पहली बुलेट ट्रेन का रास्ता साफ हो सका है। जापान ने बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए बहुत कम दर पर ऋण मुहैया कराया है और इसके साथ ही ॠण वापसी का समय भी 25 साल से बढ़ाकर 50 साल किया गया। शिंजो आबे की मजबूत पहल के कारण ही भारत में बुलेट ट्रेन की परियोजना पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है और जल्द ही यह परियोजना मूर्त रूप ले लेगी।

शिंजो आबे को पद्म विभूषण सम्मान 

शिंजो आबे जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं। खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्होंने 2020 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफा देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके खराब स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई थी और उन्हें भारत का खास दोस्त बताया था। 

पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा था कि शिंजो आबे की अगुवाई में भारत और जापान की साझेदारी को मजबूत बनाने में काफी मदद मिली है। शिंजो आबे के भारत के प्रति लगाव के कारण ही उन्हें पिछले साल भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण प्रदान किया गया था। 

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