Women Reservation Bill: सोनिया ने सदन में फिर किया राजीव गांधी को याद, बोलीं- मेरे जीवनसाथी ने की थी पहल
Women Reservation Bill: सोनिया गांधी ने बिल का समर्थन किया मगर मांगा कोटे में कोटा। जातिगत जनगणना की मांग उठाई। सदन में राजीव गांधी के सपने का जिक्र किया।
Women Reservation Bill: मोदी सरकार की ओर से मंगलवार को लोकसभा में पेश किए गए महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा शुरू हो गई है। कांग्रेस की ओर से आज पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोर्चा संभाला और बिल का समर्थन करने की बात कही। उन्होंने अपने पति और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि उनके प्रयासों के कारण ही आज स्थानीय निकायों में हमारे पास 15 लाख चुनी हुई महिला नेता हैं। अभी राजीव गांधी का सपना आधा ही पूरा हुआ है और इस बिल के पास होने से उनका सपना पूरा होगा।
सोनिया गांधी ने बिल का समर्थन करने के साथ ही कोटे में कोटा तय करने की मांग भी उठा दी। उन्होंने कहा कि सरकार को देश में जातिगत जनगणना कराकर एससी,एसटी और ओबीसी आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। इस दिशा में सरकार की ओर से अभिलंब कदम उठाया जाना चाहिए। इस तरह सोनिया गांधी ने विपक्ष के कुछ अन्य दलों की ओर से उठाई जा रही मांग का समर्थन किया है। सपा,राजद, जदयू और बसपा की ओर से पहले ही महिला आरक्षण के साथ ही कोटे में कोटा तय करने की मांग उठाई जा रही है। इन सभी दलों की ओर से ओबीसी महिलाओं को भी आरक्षण का लाभ देने की मांग की गई है।
राजीव गांधी की पहल का किया जिक्र
सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की ओर से महिलाओं को सशक्त बनाने की पहल का जिक्र करते हुए कहा कि स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में मेरे पति ने ठोस पहल की थी। उनकी सरकार की ओर से लाया गया बिल राज्यसभा में 7 वोटो से गिर गया था मगर बाद में पीवी नरसिंह राव की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने इसे पारित कराया था। कांग्रेस सरकार की ओर से की गई इस ठोस पहल का नतीजा है कि आज स्थानीय निकायों में हमारे पास 15 लाख चुनी हुई महिला जनप्रतिनिधि हैं।
उन्होंने कहा कि वैसे अभी तक राजीव गांधी का सपना आधा ही पूरा हुआ है। इस बिल के पास होने पर ही उनका सपना पूरा होगा। कांग्रेस पार्टी इस बिल का समर्थन करती है मगर पार्टी को एक चिंता भी सता रही है। पिछले 13 वर्षों से महिलाएं राजनीतिक जिम्मेदारी संभालने का इंतजार कर रही हैं मगर अभी उनसे और इंतजार करने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि आखिरकार यह इंतजार कितना लंबा होगा। इसलिए इस बिल को तत्काल पास किया जाना चाहिए।
कांग्रेस ने महिला आरक्षण का हमेशा किया समर्थन
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि स्त्री हमारे महान देश की मां है। यदि हम देखें तो हर मोर्चे पर महिलाएं पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ी हैं। हमारे देश की महिलाएं त्याग की पहचान हैं और उनके धैर्य का पता लगाना मुश्किल है। महिलाओं के भीतर समंदर जैसा धैर्य होता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महिला आरक्षण बिल का हमेशा समर्थन किया है और इस बिल को सबसे पहले कांग्रेस ने ही पारित कराया था। इस सच्चाई को हर किसी को याद रखना चाहिए।
कांग्रेस नेता ने की जातिगत जनगणना की मांग
वैसे कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कोटे में कोटा तय करने की मांग भी उठा दी। उन्होंने कहा कि देश में जातिगत जनगणना कराई जानी चाहिए और इस आधार पर एससी, एसटी और ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सरकार को इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस बिल में देरी करना महिलाओं के साथ अन्याय होगा। इसलिए इसे जल्द से जल्द लागू किए जाने की आवश्यकता है। ओबीसी वर्ग का मुद्दा उठाकर सोनिया गांधी ने विपक्ष के कुछ अन्य दलों की ओर से उठाई जा रही मांग का समर्थन किया है। इस कारण इस विधेयक को लेकर नया पेंच फंसने की आशंका जताई जा रही है।