...और अब ‘बलात्कार जांच किट्स’ बांटी जाएगी राज्यों को

राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को बलात्कार के मामलों की जांच के लिए विशेष ‘बलात्कार जांच किट्स’ वितरित किये जायेगें। ये किट्स यौन शोषण व बलात्कार के मामलों में तत्काल चिकित्सकीय-कानूनी जांच करने और सबूत एकत्रित करने के लिए बनाए गए हैं।

Update: 2019-04-21 09:47 GMT

नयी दिल्ली: 21 अप्रैल गृह मंत्रालय ने यौन शोषण के मामलों की तत्काल जांच के लिए खून और वीर्य के नमूने एकत्रित करने के अलावा अन्य सबूत जुटाने के वास्ते 3,100 से अधिक विशेष किट राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों को वितरित किए हैं।

अधिकारियों ने रविवार को बताया कि यौन शोषण सबूत संकलन किट (एसएईसीके) या ‘बलात्कार जांच किट्स’ यौन शोषण तथा बलात्कार के मामलों में तत्काल चिकित्सकीय-कानूनी जांच करने और सबूत एकत्रित करने में मदद के लिए बनाए गए हैं।

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गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने 3,120 एसएईसीके खरीदे और उन्हें राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को वितरित किया।

इन सभी किट्स में आवश्यक सामान हैं जो यौन शोषण तथा बलात्कार के मामलों में सबूत एकत्रित करने जैसे कि खून एवं वीर्य के नमूने लेने में मदद करेंगे जिससे अभियोजन पक्ष को आरोपी के खिलाफ साक्ष्य जुटाने में मदद मिलेगी।

अधिकारी ने बताया कि इन किट्स से उम्मीद है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को यौन शोषण के मामलों में समयबद्ध तरीके से जांच करने और सजा दिलाने में मदद मिलेगी।

पुलिस और चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि ऐसे मामलों में इस किट का इस्तेमाल कैसे किया जाए।

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एक अन्य अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने व्यवस्थित तरीके से सबूत एकत्रित करने और मास्टर प्रशिक्षकों के तौर पर विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 2,575 जांचकर्ताओं, 1648 अभियोजकों और 927 डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया है।’’

बलात्कार जांच किट केंद्र सरकार के ‘निर्भया कोष’ के तहत खरीदे गए हैं।

(भाषा)

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