नायडू का फैसला: स्टैचू ऑफ यूनिटी से भी ऊंची होगी आंध्र विधानसभा
भाजपा नेता अभी तक स्टैचू ऑफ यूनिटी की खूब चर्चा करते रहे हैं। इसकी ऊंचाई 182 मीटर है। नायडू ने अमरावती में प्रस्तावित नई विधानसभा का डिजाइन लगभग फाइनल कर लिया है। इसमें कुछ छोटे-मोटे बदलाव कर इसका ब्लूप्रिंट राज्य सरकार यूके बेस्ड नॉर्मा फॉस्टर्स ऑर्कीटेक्ट्स को देगी। नई विधानसभा का जो डिजाइन फाइनल की गयी है वह तीन मंजिला होगी। इसमें एक आकाश को छूता हुआ 250 मीटर ऊंचा गुंबद होगा।
विजयवाड़ा: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और भाजपा के बीच तनातनी अब सिर्फ सियासत तक ही सीमित नहीं रह गयी है। देश में भाजपा विरोधी गठबंधन खड़ा करने की कोशिश में जुटे नायडू की राजनीतिक महत्वाकांक्षा सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। अब वे एक और मामले में भाजपा को पटखनी देने में जुटे हैं। नायडू का कहना है कि अमरावती में प्रस्तावित आंध्र प्रदेश विधानसभा की बिल्डिंग विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैचू ऑफ यूनिटी से 68 मीटर ज्यादा ऊंची होगी। तैयार होने के बाद विधानसभा की बिल्डिंग देश की सबसे ऊंची इमारत होगी।
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नायडू ने फाइनल की डिजाइन
भाजपा नेता अभी तक स्टैचू ऑफ यूनिटी की खूब चर्चा करते रहे हैं। इसकी ऊंचाई 182 मीटर है। नायडू ने अमरावती में प्रस्तावित नई विधानसभा का डिजाइन लगभग फाइनल कर लिया है। इसमें कुछ छोटे-मोटे बदलाव कर इसका ब्लूप्रिंट राज्य सरकार यूके बेस्ड नॉर्मा फॉस्टर्स ऑर्कीटेक्ट्स को देगी। नई विधानसभा का जो डिजाइन फाइनल की गयी है वह तीन मंजिला होगी। इसमें एक आकाश को छूता हुआ 250 मीटर ऊंचा गुंबद होगा।
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नायडू ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब स्टैचू ऑफ यूनिटी के उद्घाटन के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी अयोध्या में भगवान राम की भव्य व ऊंची प्रतिमा बनाने का दावा कर चुके हैं। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की बात करें तो यह केवल देश नहीं बल्कि दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इससे पहले स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को सबसे ऊंची प्रतिमा माना जाता था। जानकारों के मुताबिक इसकी ऊंचाई इतनी ज्यादा है कि इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है।
दो साल में पूरा होगा निर्माण
आंध्र प्रदेश की प्रस्तावित विधानसभा के बारे में राज्यमंत्री पी.नारायण ने बताया कि इसका ढांचा किसी उल्टे लिली के फूल जैसा लगेगा। सरकार इसके लिए नवंबर में टेंडर निकालेगी और पूरी प्रक्रिया दो साल में पूरी होने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें दो गैलरीज होंगी जिसमें एक की लंबाई 80 मीटर तो वहीं दूसरी की लंबाई 250 मीटर होगी। यहां से अमरावती शहर की झलक भी दिखाई देगी। उन्होंने बताया कि सीएम नायडू ने इसमें थोड़ा बदलाव करने को कहा है। इस बदलाव के बाद कुछ दिनों में फाइनल मॉडल तैयार हो जाएगा। नायडू ने भवन की पांच अन्य इमारतों के मॉडल भी फाइनल कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि सीआरडीए अधिकारियों को टेंडर का ड्रॉफ्ट तैयार करने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं।
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बिल्डिंग के पीछे नायडू की महत्वाकांक्षा
माना जा रहा है कि नायडू इस इमारत के जरिये मीडिया व देश के लोगों की वाहवाही लूटना चाहते हैं। जानकारों का कहना है कि नायडू की सोच इस अनोखी इमारत को बनाकर देश में चर्चा का विषय बनना चाहते हैं। पिछले दिनों पीएम मोदी ने जब गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया था तो देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी इस स्टैच्यू की चर्चा हुई थी। नायडू की कोशिश है कि आंध्रप्रदेश की विधानसभा की बिल्डिंग ऐसी बने जैसी पूरे देश में कहीं न हो। वैसे नायडू हर तरीके से मोदी सरकार से दो-दो हाथ करने को तैयार हैं। पिछले दिनों उन्होंने राज्य में सीबीआई के राज्य में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी।