'सरकार का ज्यूडिशियरी पर कोई दबाव नहीं, EC वाला फैसला इसका सबूत'...बोले- CJI डीवाई चंद्रचूड़

CJI Dy Chandrachud News: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, न्यायपालिका के बुनियादी ढांचे में सुधार की जरूरत है। सरकार का न्यायपालिका पर कोई दबाव नहीं।

Update:2023-03-18 23:27 IST
CJI Dy Chandrachud (Social Media)

CJI Dy Chandrachud News: केंद्र सरकार और न्यायपालिका के बीच टकराव की ख़बरों के बीच सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने ज्यूडिशियरी को लेकर कई मुद्दों पर खुलकर बोले। सीजेआई ने कहा, कोर्ट पर किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं है। वहीं, अदालत में लंबित मामलों का जिक्र करते हुए चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, 'हमारे पास मामलों का एक बड़ा 'बैकलॉग' है। ये लोगों के विश्वास और भरोसे को भी दिखता है। CJI ने ये भी कहा कि, जिला अदालतों में बुनियादी ढांचे की भी कमी है, जिसमें सुधार की जरूरत है।

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने ये बातें 'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव' में कही। सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, 'एक जज के रूप में, मेरे 23 वर्षों के लंबे करियर में किसी ने मुझे ये नहीं बताया कि किसी केस का फैसला कैसे किया जाए।' वहीं, जब सवाल कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Law Minister Kiren Rijiju) से संबंधित पूछा गया तो जवाब देते हुए CJI ने कहा, 'मैं कानून मंत्री के साथ मुद्दों में नहीं उलझना चाहता हूं। हमारी धारणाओं में अंतर है।

'मैं कानून मंत्री के साथ मुद्दों में उलझना नहीं चाहता'
कानून मंत्री किरेन रिजिजू से जुड़े एक सवाल के जवाब में सीजेआई ने कहा, 'मैं कानून मंत्री के साथ मुद्दों में उलझना नहीं चाहता। उन्होंने कहा, हमारी धारणाओं में अंतर है। सीजेआई ने ये भी कहा कि, सरकार की ओर से ज्यूडिशियरी पर किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं है। CJI ने आगे कहा, कि चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति मामले में आया फैसला इस बात का सबूत है।'

अदालती कार्यवाही में अंग्रेजी भाषा पर ये बोले

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने न्याय और न्याय प्रणाली के प्रति अपने विचार को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, 'मेरे लिए न्याय सिर्फ एक संप्रभु कार्य नहीं है। बल्कि, यह एक आवश्यक सेवा भी है। यही हम अपने नागरिकों को प्रदान करते हैं। वहीं, अदालती कार्यवाही (Court Proceedings) के दौरान अंग्रेजी भाषा के इस्तेमाल पर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, 'हमें उन भाषाओं के जरिए लोगों तक पहुंचने की जरूरत है जो वह समझते हैं।'

CJI बोले- ज्यूडिशियरी को और आधुनिक बनाना होगा

न्यायपालिका के आधुनिकीकरण पर मुख्य न्यायाधीश ने कहा, 'हमें भारतीय न्यायपालिका (Indian Judiciary) और आधुनिक बनाने की जरूरत है। हमारा मॉडल अंग्रेजों से विरासत में मिले औपनिवेशिक मॉडल पर आधारित है। सीजेआई बोले, ये केवल एक संप्रभु कार्य नहीं है। अगले 50 से 75 वर्षों में हमें इंडियन ज्यूडिशियरी को और आधुनिक तकनीक से लैस करना होगा।'

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