Supreme Court: उदयनिधि स्टालिन और ए राजा को सुप्रीम कोर्ट से झटका, जारी हुआ नोटिस, सनातन धर्म पर दिया था विवादित बयान
Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने उदयनिधि स्टालिन और डी राजा को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जबाव मांगा है। सनातन धर्म के खिलाफ उदयनिधि स्टालिन और ए राजा के बयानों के खिलाफ याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई।
Supreme Court: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और डीएमके नेता ए राजा को आज शुक्रवार (22 सितंबर) को सुप्रीम कोर्ट से बहुत बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने दोनों नेताओं को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जबाव मांगा है। सनातन धर्म के खिलाफ उदयनिधि स्टालिन और ए राजा के बयानों के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई। चेन्नई के एक वकील ने याचिका दाखिल कर मांग की है कि उदयनिधि और राजा पर एफआईआर हो, इसके अलावा भी कई मांग की गई है।
क्या कहा था उदयनिधि स्टालिन ने?
दरअसल,डीएमके नेता और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन पिछले दिनों चेन्नई में सनातन उन्मूलन सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने सनातन धर्म पर विवादित बयान दिया था। उन्होने कहा था कि सनातन धर्म समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता। उन्हें खत्म कर देना चाहिए। हम डेंगू, मलेरिया, मच्छर और कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, इन्हें खत्म करना होता है वैसे ही सनातन धर्म को भी खत्म करना होगा। इस बयान के बाद उदयनिध स्टालिन का पूरे देश में विरोध हो रहा है, लोग लगातार उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे है। वहीं उदयनिध स्टालिन का कहना है कि वह अपने बयान पर कायम हैं उन्हों माफी मांगने से इनकार कर दिया है।
ए राजा ने सनातन धर्म की HIV से की थी तुलना
उदयनिधि स्टालिन के बाद डीएमके नेता ए राजा ने उनसे एक कदम आगे जाकर सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी की थी। ए राजा ने कहा था उदयनिधि स्टालिन का सनातन धर्म पर नरम रुख था। उन्होने कहा कि सनातन धर्म की तुलना तो सामाजिक कलंक जैसी बीमारियों के साथ करनी चाहिए। उन्होंने ने इसकी तुलना सिर्फ मलेरिया और डेंगू से की है। सनातन की तुलना तो एचआईवी कुष्ठ रोग जैसी सामाजिक बीमारियों से करनी चाहिए।