आगरा : ताजमहल की खूबसूरती को कायम रखने के लिए किये जा रहे मडपैक थेरेपी को लेकर अमेरिकी वेबसाइटों ने दुष्प्रचार शुरू किया हुआ है। इन वेब साइट्स के अनुसार 2018 में सैलानी ताजमहल देखने की बजाय कहीं और जाए क्योंकि मडपैक के कारण वो ताज का पूरा दीदार नहीं कर पाएंगे।
अमेरिकी वेबसाईट के दुष्प्रचार के चलते पर्यटन उद्यमी परेशान थे क्योंकि ताजमहल का दीदार करने वाले सैलानियों में करीब 15.75 फीसदी अमेरिकी हैं। अगर पर्यटक कम आते है तो उनके व्यवसाय पर भारी असर पड़ेगा।
ताजमहल को लेकर चल रहे दुष्प्रचारों पर पर्यटन मंत्रालय हरकत में आया और अब ताजमहल की वेबसाइट www.tajmahal.gov.in पर मडपैक के दौरान ताज बंद न होने की सफाई दी है और पर्यटकों से ताज की खूबसूरती एवं वास्तुकला देखने का आह्वान किया है।
इसमें कहा गया है कि ताजमहल की सफाई और मडपैक के दौरान इसकी यात्रा पर कोई असर नहीं है। पर्यटक आएं और मोहब्बत की निशानी ताजमहल की वास्तुकला और संगमरमर पर कारीगरों की अद्भुत कला को महसूस करे और देखे।
दरअसल अमेरिकी वेबसाइटों ने साल 2018 में ताजमहल सहित टॉप 10 ऐसे पर्यटन स्थलों की सूची जारी की थी और सैलानियों से न जाने अपील की थी।