इन तीनों बैंको के विलय के बाद ग्राहकों को झेलनी पड़ सकती हैं ये दुविधायें
नई दिल्ली: बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया और देना बैंक के महाविलय का प्रस्ताव सरकार के पास भेज दिया गया है। विलय के बाद देश में सरकारी बैंकों की संख्या कम हो जाएगी। हालांकि इस विलय से इन बैंकों के ग्राहकों पर बड़ा असर पड़ेगा, क्योंकि इन सभी के बैंक का नाम, खाता संख्या, एटीएम और चेकबुक तक बदलवानी पड़ सकती है।
बता दें कि इन तीन बैंकों के विलय की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद देश में तीसरा बड़ा बैंक अस्तित्व में आ जाएगा। हालांकि अभी इस नए बैंक को आस्तित्व में आने में कम से कम 6 माह का वक्त लगेगा। तीनों बैंको का विलय होकर एक नया बैंक बनेगा।
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ग्राहकों को करना पड़ सकता है ये काम
इन तीन बैंकों के ग्राहकों को नए बैंक में अपना फिर से खाता खोलना होगा। इससे उनका पेपर वर्क काफी बढ़ जाएगा। ग्राहकों को खाता खोलने के लिए एक बार फिर से केवाईसी की प्रक्रिया को दोहराना होगा। केवाईसी हो जाने के बाद ग्राहकों को नई चेकबुक, एटीएम कार्ड और पासबुक मिलेगी।
इन तीनों बैंकों के ग्राहकों की जमा राशि पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी। हालांकि विलय होने के बाद जब नया बैंक आस्तित्व में आएगा, तो फिर ग्राहकों को कुछ समय के लिए खाते का परिचालन करना बंद करना पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि सभी कुछ नए सिरे से होगा और बैंक उतने समय के लिए आपके खाते में से पैसा निकालने या फिर जमा कराने पर रोक लग सकता है।