बीजेपी नेता के अजब बोल, कहा- जब तक जेल ना जाएं, तब तक नहीं बन सकते नेता

पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता दिलीप घोष अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं। बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले दिलीप घोष ने गुरुवार को एक और विवाद खड़ा कर दिया।

Update: 2020-01-30 14:44 GMT

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता दिलीप घोष अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं। बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले दिलीप घोष ने गुरुवार को एक और विवाद खड़ा कर दिया। दिलीप घोष ने कहा कि बिना जेल गए कोई अच्छा नेता नहीं बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि तब तक कुछ न कुछ करते रहिए, जब तक आप जेल ना चले जाएं।

दिलीप घोष ने सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ दिलीप घोष को सक्रिय होने को कहा। उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा कि घर पर बैठना किसी को अच्छा कार्यकर्ता नहीं बनाता है।

बंगाल बीजेपी के चीफ दिलीप घोष ने कहा कि सिर्फ घर पर बैठकर अच्छा नेता बनने की उम्मीद न करें। आप सभी को काम करना होगा। आपको सक्रिय होना पड़ेगा ताकि पुलिस आपको गिरफ्तार करने को मजबूर हो जाए। तृणमूल कांग्रेस के गुंडों की धमकियों से डरे नहीं।' उन्होंने कहा कि जब तक आप जेल न चले जाएं, आप अच्छा नेता नहीं बन सकते हैं।

यह भी पढ़ें...गुड़िया गैंगरेप केस: कोर्ट ने किया सजा का ऐलान, अब दोषियों की जेल में बीतेगी जिंदगी

दिलीप घोष के इस बयान पर प्रतृणमूल कांग्रेस के मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने आलोचना की। उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक पार्टी का नेता होने के नाते उन्हें इस तरह का बयान देने में सावधानी बरतनी चाहिए।

यह भी पढ़ें...जामिया में फायरिंग से पहले फेसबुक पर बता दिया था गोपाल, देखें क्या-क्या थी उसकी इच्छा

इस महीने की शुरुआत में भी घोष ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा था कि जिन सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, उन्हें बीजेपी शासित राज्यों में कुत्तों की तरह गोली मार दी गई।

यह भी पढ़ें...जामिया फायरिंग मामले में युवक की हुई पहचान, पुलिस ने किया ये बड़ा खुलासा

इससे पहले शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन के बारे में दिलीप घोष ने कहा था कि हमें पता चला है कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं महिलाएं और बच्चे दिल्ली की सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे बैठे हैं। मैं हैरान हूं कि उनमें से कोई बीमार क्यों नहीं हुआ? उन्हें कुछ हुआ क्यों नहीं? एक भी प्रदर्शनकारी की मौत क्यों नहीं हुई? यह बेहद चौंकाने वाला है। क्या उन्होंने कोई अमृत पी लिया है कि उन्हें कुछ हो नहीं रहा है, लेकिन बंगाल में कुछ लोगों द्वारा घबराहट में खुदकुशी करने का दावा किया जा रहा है।

Tags:    

Similar News