UP Lok Sabha Election 2024: देश की सबसे हॉट सीट पर आखिरी चरण में मतदान, PM मोदी के क्षेत्र वाराणसी में 1 जून को वोटिंग, जानिए प्रदेश की अन्य VIP सीटों का हाल
UP Lok Sabha Election 2024: चुनाव आयोग की ओर से आज घोषित किए गए कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में मतदान सातवें और आखिरी चरण में एक जून को होगा। पिछले चुनाव के दौरान भी वाराणसी संसदीय सीट पर आखिरी चरण में ही मतदान हुआ था।
Lucknow: 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह 2024 के लोकसभा चुनाव में भी उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट को देश की सबसे हॉट लोकसभा सीट माना जा रहा है। इस बार भी इस सीट पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने इस बार भी वाराणसी के चुनावी अखाड़े में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम अपनी पहली सूची में ही घोषित कर दिया है।
चुनाव आयोग की ओर से आज घोषित किए गए कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में मतदान सातवें और आखिरी चरण में एक जून को होगा। पिछले चुनाव के दौरान भी वाराणसी संसदीय सीट पर आखिरी चरण में ही मतदान हुआ था। प्रदेश की कई अन्य वीआईपी सीटों पर भी सबकी निगाहें लगी हुई हैं। ऐसे में यह जानना दिलचस्प है कि प्रदेश के किन बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला किस चरण में होगा।
पहले चरण में वरुण गांधी की भी सीट
चुनाव आयोग की ओर से आज चुनाव कार्यक्रम घोषित किए जाने के साथ ही देश में चुनावी बिगुल बज गया है। पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान होना है उनमें दिग्गज नेता वरुण गांधी की पीलीभीत लोकसभा सीट भी शामिल है। भाजपा ने अभी तक की सीट पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वरुण गांधी के विवादित बयानों के कारण उनका इस बार टिकट काटने की चर्चाएं हैं। ऐसे में सबकी निगाहें प्रदेश की बाकी सीटों पर भाजपा की दूसरी सूची पर लगी हुई हैं। सपा के कड़बर नेता मोहम्मद आजम खान का गढ़ माने जाने वाले रामपुर लोकसभा क्षेत्र का फैसला भी पहले चरण में ही हो जाएगा।
मेरठ और गाजियाबाद पर सबकी निगाहें
उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण के मतदान में मेरठ और गाजियाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई महत्वपूर्ण सीटों का फैसला होगा। भाजपा ने अभी तक इनमें से कुछ सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। बसपा की सूची का भी सबको इंतजार है। 28 मार्च से ही इन सीटों पर नामांकन का कार्यक्रम तय किया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि सभी सियासी दल जल्द ही अपने प्रत्याशी घोषित करेंगे।
तीसरे चरण में डिंपल की किस्मत का फैसला
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव का तीसरा चरण समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। तीसरे चरण में संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर खीरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं,आंवला और बरेली लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा।
इनमें से कई सीटों को सपा का गढ़ माना जाता रहा है और मैनपुरी सीट पर सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनावी अखाड़े में उतर चुकी हैं। ऐसे में तीसरा चरण समाजवादी पार्टी के लिए सियासी नजरिए से काफी अहम होगा और माना जा रहा है कि इन सीटों को जीतने के लिए अखिलेश अपनी पूरी ताकत लगाएंगे।
अखिलेश के गढ़ में चौथे चरण में वोटिंग
मध्य उत्तर प्रदेश के कई महत्वपूर्ण सीटों पर चौथे चरण में चुनाव होगा। इन सीटों में शाहजहांपुर, खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर और बहराइच सीटें शामिल हैं। कन्नौज लोकसभा सीट पर सब की निगाहें लगी हुई हैं इस सीट से सपा मुखिया अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की चर्चाएं हैं।
सपा मुखिया ने कन्नौज के पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयारी में जुटने का निर्देश देते हुए खुद चुनाव लड़ने का संकेत दिया है। हालांकि पार्टी की ओर से अभी तक इस बाबत आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। अखिलेश यादव पहले भी इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं।
लखनऊ, अमेठी और रायबरेली पर होंगी निगाहें
उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण के चुनाव पर भी सबकी निगाहें होंगी क्योंकि इसी चरण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की लोकसभा सीट लखनऊ में मतदान होना है। पांचवा चरण इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसी चरण में अमेठी और रायबरेली समेत फैजाबाद लोकसभा सीटों पर भी प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा।
अमेठी और रायबरेली को गांधी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है मगर कांग्रेस ने अभी तक इन दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशी नहीं घोषित किए हैं। भाजपा ने अमेठी से एक बार फिर स्मृति ईरानी को चुनावी मैदान में उतार दिया है। स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में राहुल गांधी को हराकर सनसनी फैला दी थी।
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण होने के बाद फैजाबाद सीट पर भी सबकी निगाहें लगी हुई हैं। इस सीट को भाजपा का गढ़ माना जाता है और भाजपा इस बार बड़ी मार्जिन से इस सीट पर चुनाव जीतने की कोशिश में जुटी हुई है।
आजमगढ़ में होगी सपा की परीक्षा
उत्तर प्रदेश में मतदान का छतवान चरण भी सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है। इस चरण में सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही में चुनाव होगा। आजमगढ़ लोकसभा सीट पर पिछले यूपी चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ ने सपा को हराकर बड़ी जीत हासिल की थी।
भाजपा ने इस बार भी निरहुआ को चुनाव मैदान में उतार दिया है जबकि सपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। मेनका गांधी की लोकसभा सीट सुल्तानपुर का फैसला भी इसी चरण में होगा और अब यह देखने वाली बात होगी कि भाजपा की ओर से इस बार उन्हें टिकट मिलता है या नहीं। जौनपुर में भाजपा ने इस बार महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है और इस सीट पर भी सबकी निगाहें लगी हुई हैं।
सबसे हॉट सीट पर आखिरी चरण में वोटिंग
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव का सातवां और आखिरी चरण सबसे महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इस चरण में देश की सबसे हॉट सीट मानी जा रही वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किस्मत का फैसला होगा। सातवें चरण के दौरान महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज सीटों पर चुनाव होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट पर बड़ी जीत हासिल की थी और पार्टी ने इस बार भी पीएम मोदी को इसी सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। सपा कांग्रेस के गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई है और कांग्रेस ने अभी तक अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है।
आखिरी चरण में सीएम योगी की भी होगी परीक्षा
सातवां चरण प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसी चरण में 1 जून को गोरखपुर और आसपास की लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। गोरखपुर और आसपास के लोकसभा क्षेत्रों में योगी आदित्यनाथ पहले भी अपनी ताकत दिखा चुके हैं और माना जा रहा है कि इस बार भी वे इन सीटों को जीतने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे।
गोरखपुर और आसपास के इलाकों में मुख्यमंत्री योगी ने हाल के दिनों में कई बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। इन क्षेत्रों में भाजपा की ओर से भले ही किसी को भी टिकट दिया गया हो मगर सभी प्रत्याशी योगी के दम पर ही चुनाव मैदान में उतरे हैं। ऐसे में आखिरी चरण में योगी आदित्यनाथ की सियासी ताकत की भी अग्निपरीक्षा होगी।