ड्राइवर की बेटी बनी मिस इंडिया खादी, उत्तराखंड का बढ़ाया मान

इस साल केंद्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से मिस इंडिया खादी प्रतियोगिता का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर हुआ था। इस प्रतियोगिता को उत्तराखंड की रहने वाली खुशबू रावत ने मिस इंडिया खादी का खिताब जीता। इससे पहले खुशबू रावत ने हरियाणा मिस खादी का खिताब भी जीता था।

Update:2018-01-02 18:23 IST

नई दिल्ली: इस साल केंद्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से मिस इंडिया खादी प्रतियोगिता का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर हुआ था। इस प्रतियोगिता को उत्तराखंड की रहने वाली खुशबू रावत ने मिस इंडिया खादी का खिताब जीता। इससे पहले खुशबू रावत ने हरियाणा मिस खादी का खिताब भी जीता था।

खुशबू ने कईयों को पीछे छोड़ते हुए अपने प्रतिभा के दम पर यह खिताब अपने नाम किया है। नैनीताल की रहने वाली है खुशबू ने पूरे उत्तराखंड को गौरान्वित किया है।

पिता को दिया श्रेय

खुशबू मूल रूप से अल्मोड़ा के भिकियासैंण के बघाड़ निवासी है। उन्होंने इस खिताब को जीतने का श्रेय अपने पिता को देती हैं। उसके पिताहीरा सिंह रावत भीमताल में विकास भवन में राजकीय वाहन चालक के पद पर तैनात हैं। उन्होंने कभी भी अपने बच्चों के सपने को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पिता हीरा सिंह रावत और मां दीपाली रावत को अपनी बेटी की इस उपलब्धी पर गर्व है। खुशबू चंडीगढ़ में रहकर पढ़ाई कर रही हैं।

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पिता हीरा सिंह रावत ने बताया कि खुशबू ने पहली से 12वीं तक की शिक्षा नैनीताल के मोहन लाल साह बाल विद्या मंदिर से ग्रहण की। फिर वह नॉदर्न इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी चंडीगढ़ में एडमिशन लिया। खुशबू के पिता हीरा सिंह रावत ने कहा कि बेटी की सफलता में नैनीताल और रामनगर के प्रशंसकों का बड़ा योगदान है। ऑनलाइन वोटिंग के समर्थन में जो वीडियो भेजे जाने थे, उसमें से कुल मिले 300 वीडियो में करीब 200 नैनीताल-रामनगर से भी भेजे गए थे। वहीं मिस इंडिया खादी खुशबू रावत ने भी सहयोग के लिए उत्तराखंड़वासियों का धन्यवाद ।

50 हजार स्टूडेंट्स ने लिया हिस्सा

केंद्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से खादी उत्पादों को प्रमोट करने के उद्देश्य से मिस इंडिया खादी प्रतियोगिता के लिए हर राज्य के विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में ऑडिशन कराए गए। देश भर के 200 से अधिक विश्वविद्यालय में करीब 50 हजार स्टूडेंट्स ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था। इसका ऑडिशन दिल्ली में कराया गया था। इसमें खुशबू रावत पहले नंबर पर रही।

खादी को आगे बढ़ाना है खुशबू का मकसद

खुशबू ने बताया कि वह टेक्सटाइल डिजाइनिंग की स्टूडेंट हैं। ऐसे में मैं खुद भी ऐसी जगह में प्रतिभाग लेती हूं जिनमें मुझे हैण्ड वीविंग करनी पड़े जितना हम हाथ से वीविंग करते हैं, इससे ये महसूस होता है कि ये काम कितना मेहनत वाला है, कितनी कला और ध्यान दोनों की जरुरत होती है। वैसे भी जिस चीज में आपकी जी तोड़ मेहनत लगे वो अपने आप में ही बेहद खास होती है। खुशबू रावत का कहना है कि वह भविष्य में खादी को प्रमोट करेंगी। जिस तरीके से पीएम मोदी गरीब भारत को सपोर्ट करने तथा हथकरघा उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिए बीड़ा उठाया है, उसे बढ़ाना मेरा कर्तव्य है।

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